इस्लामाबाद, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान की दो प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने न्यूयॉर्क में भारतीय और पाकिस्तानी विदेश मंत्रियों के बीच प्रस्तावित बैठक से नई दिल्ली के इनकार के बाद इस कूटनीतिक पराजय के लिए मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने आरोप लगाया कि सरकार ने अपना होमवर्क नहीं किया और बैठक के लिए भारत से बात करने से पहले ही स्थिति का आकलन कर लिया। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र को ‘गलत कदम’ करार दिया।
पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने कहा, “पाकिस्तान, भारत की किसी भी आक्रामकता का बचाव करने और जवाब देने में सक्षम है।”
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान का भारत की तरफ बढ़ाया गया हाथ कमजोरी के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए।”
शहबाज ने कहा, “भारत के साथ संबंधों में सुधार के लिए यह प्रस्ताव जल्दबाजी को दर्शाता है। मैं दोनों पड़ोसियों के बीच के संबंध सामान्य होने के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन गरिमा बनाए रखी जानी चाहिए।”
वहीं, पीपीपी के उपाध्यक्ष व अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रह चुके शेरी रहमान ने कहा कि भारत को बैठक के लिए आमंत्रित करने से पहले इमरान की सरकार को होमवर्क करना चाहिए था।
गौरतलब है कि अगले सप्ताह भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तानी विदेश मंत्री महमूद कुरैशी की संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएमजीए) सत्र के इतर प्रस्तावित बैठक को नई दिल्ली ने शुक्रवार को रद्द कर दिया।
पाकिस्तान पर जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों की हत्या और आतंकवाद का महिमामंडन करने का आरोप लगाते हुए भारत ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री के साथ भारतीय विदेश मंत्री की प्रस्तावित वार्ता शुक्रवार को रद्द कर दी।
भारत ने 24 घंटे के भीतर ही अपने फैसले को बदल दिया था, जबकि इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारत ने सुषमा स्वराज और कुरैशी के बीच मुलाकात के पाकिस्तान के प्रस्ताव को मान लिया है।