इस्लामाबाद, 16 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मंगलवार को हत्या के दोषी नौ कैदियों को फांसी दे दी गई।
‘डॉन’ की वेबसाइट के मुताबिक, मुख्तार नामक कैदी को लाहौर केंद्रीय कारागार में फांसी दी गई। उसे 2014 में एक व्यक्ति की हत्या का दोषी ठहराया गया था।
फैसलाबाद केंद्रीय कारागार में अल्लाह दित्ता और यूनस को फांसी दी गई। यूनस 2000 में तीन लोगों की हत्या का दोषी ठहराया गया था, जबकि दित्ता ने 1999 में एक महिला की हत्या की थी।
वर्ष 1999 में एक 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसके बाद उसकी हत्या करने के दोषी अशरफ को गुजरांवाला केंद्रीय कारागार में फांसी दी गई। सियालकोट में कैद रहे बशरत को भी मंगलवार को फांसी दी गई। उसे 1999 में तीन लोगों की हत्या का दोषी ठहराया गया था।
बहावलपुर जेल में हत्या के दो दोषियों को फांसी दी गई।
झेलम जेल और डेरा गाजी खान जेल में एक-एक कैदी को फांसी दी गई।
पाकिस्तान में पिछले छह महीनों में 150 कैदियों को फांसी दी जा चुकी है।
पिछले साल 16 दिसंबर को पेशावर के एक सैन्य स्कूल में तालिबान आतंकवादियों के हमले के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आतंकवाद संबंधी अपराधों के लिए देश में मृत्युदंड से प्रतिबंध हटाने का आदेश दिया था।
बाद में 10 मार्च को सभी अपराधों के लिए मृत्युदंड पर से प्रतिबंध हटा दिया गया।