नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा है कि देश में मौजूद आतंकवाद के ‘पनाहगाह’ स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने भारत को एक ‘सच्चा वैश्विक साथी’ बताया।
ओबामा ने मुंबई आतंकी हमले के गुनहगारों को सजा दिलाने का भी आह्वान किया।
ओबामा ने ‘इंडिया टुडे’ पत्रिका के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “मैंने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करता है, इसलिए उसे पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ठिकाने स्वीकार्य नहीं हैं। मुंबई आतंकवादी हमले के गुनहगारों पर कानूनी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।”
ओबामा का यह साक्षात्कार पत्रिका के आगामी संस्करण में प्रकाशित होगा।
ओबामा का तीन दिवसीय भारत दौरा रविवार से शुरू हो रहा है। वह गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति होने के नाते मैंने यह सुनिश्चित किया है कि आतंकवाद के खिलाफ जंग के मामले में अमेरिका निष्ठुर रहे। यह एक ऐसी लड़ाई है, जिसमें भारतीय व अमेरिकी एकजुट हैं।”
अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले साल सितंबर में अपने पहले अमेरिकी दौरे पर आए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वह यात्रा उनके लिए मोदी के 2014 के जबर्दस्त जनादेश का लाभ उठाने का मौका थी।
उन्होंने कहा, “अब मोदी का चुनाव व हमारे देशों के बीच रिश्ते का एक नया अध्याय शुरू करने का उनका वादा, हमें हमारी भागीदारी में और ऊर्जा लाने का एक मौका देता है।”
ओबामा ने अपने भारत दौरे को ठोस प्रगति के लिए मोदी के साथ काम करने का अवसर बताया। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीयता के इतिहास में एक नया युग शुरू होने की आशा जताई है।
उन्होंने कहा, “मैंने जब से राष्ट्रपति पद संभाला है, तभी से दोनों देशों के बीच गहन रिश्ते विकसित करना मेरी विदेश नीति का अहम हिस्सा रहा है।”
ओबामा ने कहा कि उनका पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भी एक मजबूत रिश्ता रहा, जिनके प्रति उनका व्यवहार ‘करीबी दोस्त’ जैसा था।