रावलपिंडी, 7 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने मंगलवार को सात लोगों को मानव तस्करी के आरोप में पकड़ा है। इनमें से तीन चीनी पुरुष हैं। इस से एक दिन पहले भी एजेंसी ने 10 चीनी नागरिकों को इसी जुर्म में पकड़ा था।
अधिकारियों ने आरोप लगाया कि सभी आरोपियों ने कथित तौर पर पाकिस्तानी लड़कियों से झूठी शादी करने के बाद उन्हें चीन में वेश्यावृत्ति के काम पर लगाया और कुछ आरोपियों पर जवान लड़कियों के अंगों को काटकर निकालने का भी आरोप है।
जियो न्यूज के अनुसार, मामले में रावलपिंडी से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से तीन चीनी गिरोह के हैं। गिरोह का नेतृत्व एक चीनी नागरिक सांग चुओयांग कर रहा था।
इससे पहले एफआईए ने सोमवार को इसी प्रकार के 10 चीनी नागरिकों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया था।
एफआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लाहौर में कहा कि उनके मानव तस्करी रोधी सेल ने वेश्यावृत्ति के मामले में चार पाकिस्तानी साझेदारों को पकड़ा है।
एफआईए लाहौर के उप निदेशक जमील अहमद खान मायो ने कहा कि अधिकारियों ने देश में गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल विदेशियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत लाहौर हवाईअड्डे और अन्य क्षेत्रों से आठ चीनी नागरिकों को सोमवार को गिरफ्तार किया। सभी पर झूठी शादी कर जवान लड़कियों की चीन में तस्करी करने का आरोप है।
मायो ने कहा कि हिरासत में लिए गए विदेशी लोग, कुछ स्थानीय लोगों की मदद लेकर मुख्य रूप से अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के, गरीबी से पीड़ित परिवारों की महिलाओं को चीनी पुरुषों और पाकिस्तानी महिलाओं के बीच होने वाली शादी के जाल में फंसा रहे थे।