इस्लामाबाद, 15 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान के लाहौर शहर में रविवार को दो गिरजाघरों में हुए दो शक्तिशाली बम विस्फोटों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और एक बस टर्मिनल में लूटपाट भी की।
समाचार वेबसाइटों पर कहा गया है कि इस जानलेवा हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के धड़े जमातुल अहरार ने ली है।
विस्फोट पाकिस्तान के सर्वाधिक ईसाई आबादी वाले इलाके योहानाबाद में हुए। इसमें 78 लोग घायल बताए गए हैं।
मीडिया रपट के मुताबिक, घायलों में 30 की हालत गंभीर है।
रोमन कैथोलिक चर्च और क्रिस्ट चर्च में रविवार की प्रार्थना के लिए सैकड़ों श्रद्धालु एकत्रित हुए थे, उसी दौरान दो शक्तिशाली बम विस्फोट हुए।
समाचारपत्र ‘डान’ के अनुसार, टेलीविजन फुटेज में दिखाया गया कि लाठी-डंडों से लैस दर्जनों लोगों ने विस्फोट के बाद शहर के मेट्रो बस टर्मिनल में लूटपाट की। इनमें से अधिकांश लोग ईसाई समुदाय के थे।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने विस्फोट के वक्त अपनी ड्यूटी निभाने की बजाय कथित तौर पर टीवी पर क्रिकेट मैच देख रहे चार पुलिसकर्मियों को पकड़ा और उनके साथ मारपीट की और एक दुकान में उन्हें बंधक बना लिया।
समाचार चैनल बीबीसी की एक रपट के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विस्फोट के लिए आत्मघाती हमलावर जिम्मेदार थे, जबकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की। उसने कहा कि हमलावरों ने गिरजाघर के दरवाजे पर खुद को उड़ा लिया।
डॉन की रपट के मुताबिक, सरकार के एक प्रवक्ता राणा मसूद ने कहा कि सरकार आतंकवाद के मुद्दे से निपटने को प्रतिबद्ध है और आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वह इस हमले को किसी खास धर्म या समुदाय पर हुए हमले के रूप में नहीं देख रहे हैं।
पंजाब प्रांत के शिक्षा मंत्री मियां मुजतुबा शुजा-उर-रहमान ने कहा, “हम धर्म के आधार पर बंटे हुए नहीं हैं और हम उनके दर्द को समझ सकते हैं।”
मीडिया रपट के अनुसार, ईसाई समुदाय से जुड़े एक स्थानीय नेता ने कहा कि दोनों विस्फोट गिरजाघर के प्रवेशद्वार पर हुए।
नेता के हवाले से कहा गया, “हमलावर गिरजाघर में दाखिल होने में सफल रहे। मृतकों की संख्या बढ़ेगी क्योंकि जिस समय विस्फोट हुआ, उस वक्त वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे।”
मीडिया रपट में कहा गया कि हमलों की जिम्मेदारी जमातुल अहरार के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने ली है।
शुरुआती खबरों में कहा गया था कि बम विस्फोट में कथित रूप से संलिप्त एक शख्स को गुस्साई भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।
2013 में पेशावर के कोहाटी गेट इलाके में स्थित ऑल सेंट्स चर्च पर हुए दो आत्मघाती हमलों में 80 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।