पाकिस्तान और अफगानिस्तान के दूरस्थ और बीहड़ क्षेत्रों में 7.5 तीव्रता वाले भूकंप के बाद भूस्खलन हो गया। इसके साथ ही दूरसंचार सेवाएं भी बाधित हो गई हैं। मृतकों की संख्या में इजाफा होने की आशंका है। दोनों ही देशों में बचाव अभियान जारी है।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने सोमवार रात 220 से अधिक लोगों के मरने और लगभग 1,200 लोगों के घायल होने की बात कही थी। पाकिस्तान के सूचना मंत्री परवेज राशीद ने कहा कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है और सरकार पीड़ितों की मदद करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रही है।
उन्होंने कहा कि भूकंप से पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) प्रांत सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि भूस्खलन होने और दूरसंचार सेवाएं बाधित होने की वजह से दूरदराज के क्षेत्रों में अब तक बचाव दल नहीं पहुंच पाए हैं।
उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपना दौरा बीच में ही छोड़ मंगलवार को देश लौट रहे हैं। वह यहां बचाव एवं राहत अभियानों पर नजर बनाए रखेंगे। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रशासन ने कहा कि भूकंप में हुए नुकसान का पता लगाया जा रहा है। भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में कुल 2,000 तंबू भेजे जा चुके हैं।
वहीं, अफगानिस्तान में मृतकों की संख्या बढ़कर 63 हो गई है। अफगानिस्तान के कुनर प्रांत में सर्वाधिक 30 लोगों की मौत हुई है।
शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान का कुनर प्रांत भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। यहां 30 लोग मारे गए हैं और 70 से अधिक घायल हुए हैं। भारत प्रशासित कश्मीर में भी सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए, जहां से तीन लोगों की मौत और 15 के घायल होने की खबर है।