वाशिंगटन, 4 दिसम्बर (आईएएनएस)। कैलिफोर्निया में एक पार्टी में अंधाधुंध फायरिंग कर 14 लोगों को मौत की नींद सुला देने वाले पाकिस्तानी मूल के दंपति के घर से विस्फोटक और गोलाबारूद का जखीरा बरामद हुआ है।
वाशिंगटन, 4 दिसम्बर (आईएएनएस)। कैलिफोर्निया में एक पार्टी में अंधाधुंध फायरिंग कर 14 लोगों को मौत की नींद सुला देने वाले पाकिस्तानी मूल के दंपति के घर से विस्फोटक और गोलाबारूद का जखीरा बरामद हुआ है।
मीडिया रपट में बताया गया है कि शिकागो में पैदा हुए स्वास्थ्य कर्मी सैयद रिजवान फारूक (28) और उसकी पाकिस्तानी पत्नी तफशीन मलिक (27) बुधवार सुबह सान बर्नार्डिनो में हमले के वक्त विशेष सैनिकों जैसी वेषभूषा में थे। उनके पास रायफल, बंदूकें और गोलियां थीं। उन्होंने 65 से 74 राउंड गोलियां चलाई थीं। बाद में 20 से अधिक पुलिस कर्मियों के साथ मुठभेड़ में दोनों मारे गए।
पुलिस को इनके रेडलैंड्स स्थित घर से 12 पाइप बम जैसे उपकरण और हजारों गोलियां मिली हैं।
वाशिंगटन पोस्ट ने सैन बेरनारदिनो के पुलिस प्रमुख जैरड बर्गुआन के हवाले से बताया है कि घटनास्थल से एक में मिलाए गए तीन पाइप बम भी मिले हैं। लेकिन, ये निष्क्रिय अवस्था में मिले। पुलिस का कहना है कि उनके पास बड़ी संख्या में गोलियां थीं जिससे लग रहा है कि वे लंबी लड़ाई की तैयारी करके आए थे।
जांचकर्ता अब भी इस जघन्य हत्याकांड की वजहों का पता नहीं लगा सके हैं।
लॉस एंजेलिस में एफबीआई के सहायक निदेशक प्रभारी डेविड बोडिच ने कहा, “हमें वजहों का पता नहीं है..यह गैरजिम्मेदाराना होगा कि मैं वजहों का अनुमान लगाऊं। यह साफ है कि वे एक मिशन पर थे। हमें नहीं मालूम कि क्यों थे। हमें नहीं पता कि यहां पर हमला पूर्व नियोजित था या फिर किसी बात से भड़क कर उन्होंने यह हमला किया।”
एनबीसी न्यूज ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि फारूक के बारे में माना जा रहा है कि उसका कट्टरपंथ की तरफ झुकाव बढ़ा था। वह लॉस एंजेलिस में ऐसे लोगों के संपर्क में था, जो जेहादी विचार रखते हैं।
एनबीसी न्यूज ने खुफिया सूत्रों के हवाले से कहा है कि फारूक के बारे में माना जा रहा है कि वह विदेश में कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में था जिन पर अमेरिकी अधिकारियों की नजर है।
फारूक के पहचान वालों और सऊदी अधिकारियों ने बताया कि वह 2013 और 2014 में दो बार सऊदी अरब गया था।
सान बर्नार्डिनो के उप नगर मसकोए की दारुल उलूम अल-इस्लामिया मस्जिद में फारूक के साथ जाने वाले नाजिम अली (23) ने बताया कि वह 2013 में उमरा (मक्का की तीर्थयात्रा) के लिए गया था। उसने नाजिम से कहा था कि अपनी मंगेतर, मलिक से उसकी ऑनलाइन मुलाकात हुई है और वह सऊदी अरब में उससे मिलेगा और मक्का की मुख्य मस्जिद में शादी करेगा।
फारूक और मलिक की मई में संतान हुई थी। फारूक के रिश्तेदार फरहान खान ने बताया कि उन्होंने उसे फारूक की मां के पास यह कहते हुए छोड़ा था कि उन्हें डॉक्टर के पास जाना है।