दमिश्क, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। सीरियाई सेना ने रविवार को मध्य प्रांत होम्स में प्राचीन शहर पल्मायरा के निकट घमासान लड़ाई के बाद आईएस के गढ़ माने जाने वाले प्रमुख शहर पर पूर्ण रूप से कब्जा कर लिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, रूसी लड़ाकू विमानों के सहयोग से सीरियाई सेना ने करयातेन शहर पर कई दिशाओं से हमला किया। शहर के पूर्वी भाग पर सीरियाई सेना ने एक दिन पहले कदम रखा था।
सैन्य सूत्रों के अनुसार बम निरोधक दस्ते ने पहले सेना के प्रवेश को सुलभ बनाने के लिए आईएस के आतंकियों द्वारा शहर में लगाए गए विस्फोटक उपकरणों को निष्क्रिय किया। इसके बाद सेना शहर में प्रवेश कर गई।
सेना ने शनिवार को ईसाई बहुल इस शहर के पश्चिमी भाग पर बड़े पैमाने पर हमला किया जिससे आईएस का सुरक्षा घेरा टूट गया।
सूत्रों के अनुसार रूसी लड़ाकू विमानों ने करयातेन पर कब्जा दिलाने में अहम भूमिका अदा की।
पल्मायरा पर कब्जा करने के बाद करयातेन फतह करने में सीरियाई सेना को एक सप्ताह से भी कम समय लगा। करयातेन पर विगत दस महीने से आईएस का कब्जा था।
सरकारी समाचार एजेंसी एसएएनए ने कहा कि सीरियाई वायु सेना ने करयातेन के पूर्वी और दक्षिणी भाग में आईएस के ठिकानों को तबाह कर दिया।
लेबनानी सीमा के निकट और दमिश्क के उत्तर में कलमोन पहाड़ी इलाके में करयातेन आईस का अंतिम गढ़ है।
पल्मायरा पर सेना के कब्जे के बाद आईएस के लड़ाके करयातेन में छिपे हुए हैं।
करयातेन शहर रणनीतिक रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है कि यह कारा शहर के काफी निकट है। कारा शिया संगठन हिजबुल्ला का गढ़ माना जाता है। हिजबुल्ला सीरियाई सेना के साथ आईएस के खिलाफ लड़ रहा है।