नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के बीच हुए परमाणु समझौते के वाणिज्यिक क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के बीच हुए परमाणु समझौते के वाणिज्यिक क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “असैन्य परमाणु समझौता भारत-अमेरिका की आपसी समझ का केंद्रबिंदु है, जिससे नया विश्वास जाहिर हुआ है। इससे नए आर्थिक अवसर भी तैयार हुए हैं और स्वच्छ ऊर्जा के लिए हमारे विकल्प भी बढ़े हैं।”
मोदी ने कहा, “पिछले चार महीनों के दौरान हमने इस दिशा में आगे बढ़ने की भावना के साथ काम किया है।”
उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि द्विपक्षीय समझौते के छह वर्ष बाद हम अब वाणिज्यिक सहयोग की दिशा में अपने कानून के अनुरूप, अपने अंतर्राष्ट्रीय कानूनी दायित्व, और तकनीकी व वाणिज्यिक व्यवहार्यता के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं।”
दोनों देशों के परमाणु अधिकारियों सहित एक संपर्क समूह ने पिछले 45 दिनों में तीन चक्र बातचीत की है, जो दोनों देशों की उत्कटता को जाहिर करता है कि वे विवादित मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाना चाहते हैं।
भारत के सख्त असैन्य परमाणु दायित्व कानून को लेकर अमेरिकी गलतफमी के अलावा भारत की आपत्ति का मुद्दा यह है कि अमेरिका परमाणु ईंधन और उपकरण को लेकर स्थायी रूप से नियंत्रण रखने पर जोर दे रहा है। भारतीय परमाणु दायित्व कानून किसी दुर्घटना की स्थिति में आपूर्तिकर्ता को जवाबदेह ठहराता है।