पटना, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। कई ऐतिहासिक रैलियों और कार्यक्रमों की गवाह रही। बिहार की राजधानी पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान आज ‘गुरु की नगरी’ में तब्दील नजर आ रहा है।
देश के कई नामी नेताओं के भाषणों को सुन चुके इस गांधी मैदान में 350वें प्रकाशोत्सव को लेकर अस्थायी गुरुद्वारा का निर्माण कराया गया है, जिसमंे पांच जनवरी को दीवान सजेगा और यह मैदान ‘गुरु वाणी’ सुनने का भी गवाह बनेगा। देशभर के 250 कारीगरों ने दिन रात मेहनत कर गांधी मैदान में अस्थायी गुरुद्वारा बनाया है।
प्रकाशोत्सव को लेकर आने वाले श्रद्धालु सिखों के दसवें गुरु गुरुगोविंद सिंह की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब मंे मत्था टेकना प्रथम उद्देश्य होता है, लेकिन आने वाले श्रद्धालु इस मौके पर गांधी मैदान में स्थित अस्थायी गुरुद्वारा देखने जरूर आ रहे हैं।
गांधी मैदान में आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए बने टेंट सिटी के बीच बने इस अस्थायी गुरुद्वारा के सामने खड़े होकर सेल्फी लेना नहीं भूल रहे।
इस अस्थायी गुरुद्वारे में तीन दीवान हॉल बनाए गए हैं। एक हॉल 40 मीटर तो दूसरा 30 और तीसरा 30 मीटर लंबा है। दीवान हॉल में गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व होगा। प्रकाश पर्व की दायीं तरफ कीर्तन का आयोजन किया, जाएगा जबकि दूसरी तरफ गणमान्य अतिथियों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा हजारों श्रद्धालु गुरु की वाणी सुनेंगे। दीवान हॉल में करीब 25 से 30 हजार श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था की गई है।
रात में दीवान हॉल का प्रवेश द्वार रोशनी से जगमग रहे इसके लिए कोलकाता से 450 एलईडी शार्पिग लाइट लगाई गई है। ‘जर्मन हैंगर’ की मदद से दीवान हॉल बनाया गया है।
अस्थायी गुरुद्वारा बनाने वाली कंपनी लल्लू एंड संस के प्रमुख निखिल अग्रवाल आईएएनएस से कहते हैं, “अहमदाबाद के एक डिजाइनर ने सिख धर्म को ध्यान में रखकर दिवान हॉल, मुख्य मंच और भव्य प्रवेश द्वार की डिजाइन तैयार की है। हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा की आकृति को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। देशभर से आए कारीगारों ने इसे अंतिम रूप दिया है। प्रत्येक दिन इसकी मॉनिटरिंग की जा रही थी। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां अस्थायी गुरुद्वारा बनाया गया है।”
उन्होंने बताया कि इसमें बांस, कपड़ा, थर्मोकोल, जैसी चीजांे का इस्तेमाल किया गया है। इसके चारों तरफ से एक तरह का ही आकार दिया गया है। यह गुरुद्वारा 40 फुट ऊंचा और 30 फुट चौड़ा है।
अस्थायी गुरुद्वारा, तीन लंगर, श्रद्धालुओं के रहने के लिए टेंट सिटी, जोड़ा घर और सामान घर के साथ गतका कार्यक्रम के लिए एक छोटा स्टेडियम बनाया गया है। अगस्त महीने से ही अस्थायी गुरुद्वारे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था।
निर्माण कंपनी के प्रबंधक टुनटुन सिंह कहते हैं कि इस अस्थायी गुरुद्वारे में तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारे की तरह नक्काशी की गई है।
बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी इस अस्थायी गुरुद्वारा को देखकर रोमांचित हो रहे हैं। पंजाब से अपने पूरे परिवार के साथ प्रकाश पर्व में भाग लेने आए सिख श्रद्धालु अमरपाल सिंह कहते हैं कि बिहार सरकार ने बहुत अच्छा इंतजाम किया है। गांधी मैदान को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। आने वाले श्रद्धालु निहाल हो जा रहे हैं। गांधी मैदान मंे तो गुरु की नगरी ही बस गई है।
प्रकाश उत्सव का मुख्य आयोजन पांच जनवरी को होना है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग लेंगे। इस दिन गांधी मैदान में मुख्य दीवान सजेगा। तीन जनवरी मार्शल आर्ट, गतका पार्टी अपना जौहर दिखाएंगे, जबकि चार जनवरी को गांधी मैदान से भव्य नगर कीर्तन निकलेगा।