चंडीगढ़, 5 दिसम्बर-पंजाब सरकार ने शुक्रवार को संबंधित जिलों में सिविल सर्जनों की पूर्व अनुमति के बिना स्वास्थ्य शिविर लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पंजाब सरकार ने यह फैसला गुरुदासपुर के एक स्वास्थ्य शिविर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान 15 लोगों के आखों की रोशनी गंवाने के बाद लिया है। यह मुफ्त नेत्र जांच शिविर मथुरा के एक गैर सरकारी संगठन ने आयोजित कराया था।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां कहा, “एक अपरिचित गैर सरकारी संस्था द्वारा अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग को सूचित किए बिना लगाए गए स्वास्थ्य शिविर के मामले पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री सुरजीत कुमार जयानी ने शुक्रवार को पंजाब के शिविल सर्जनों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि वे ऐसे किसी शिविर की अनुमति न दें, जिनके पास पर्याप्त मात्रा में चिकित्सा विशेषज्ञ न हों।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जय प्रकाश नड्डा ने भी मामले की जानकारी ली और प्रभावित लोगों को मदद की पेशकश की।
जयानी ने कहा कि सिविल सर्जनों के लिए इस बात को आवश्यक कर दिया गया है कि किसी भी स्वास्थ्य शिविर को अनुमति देने से पहले यह प्रमाणित करें कि संस्था के पास ऑपरेशन करने के लिए पर्याप्त मात्रा में विशेषज्ञ और बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हों।
गुरुदासपुर की त्रासदी पर पीड़ा व्यक्त करते हुए जयानी ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की गैर सरकारी संस्थाएं लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं, और इस मामले की सख्ती से जांच होनी चाहिए।”