नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया कि न्यायाधीशों के फोन टैप किए जा रहे हैं, जो कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
दिल्ली उच्च न्यायालय के स्वर्ण जयंती समारोह में केजरीवाल ने कहा, “मैंने न्यायाधीशों के बीच फोन टैप किए जाने का व्यापक भय देखा है। यदि ऐसा है तो यह खतरनाक है और इससे न्यायपालिका प्रभावित होगी।”
इस समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद भी उपस्थित थे।
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक ने अदालतों में खाली पदों का मामला उठाया और कहा, “सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने कई महीनों पहले न्यायिक नियुक्तियों की सिफारिश की थी, लेकिन यह अभी भी केंद्र सरकार के पास पड़ा हुआ है।”
उन्होंने कहा, “न्यायपालिका में रिक्तियां चिंता का विषय हैं। नियुक्तियों में देरी से अफवाहों को बल मिलता है, और यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।”
न्यायपालिका की आजादी के पक्ष में केजरीवाल ने कहा, “न्यायपालिका की आजादी सर्वोपरि है। यह कार्यपालिका से पूरी तरह स्वतंत्र होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में कार्यपालिका के हस्तक्षेप से लोकतंत्र को नुकसान होगा और इससे तानाशाही को बढ़ावा मिलेगा।