हॉकिंग और मिल्नर ने मंगलवार को न्यूयॉर्क शहर में वन वर्ल्ड ऑब्सर्वेटरी में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह संयुक्त घोषणा की।
‘ब्रेकथ्रू स्टारशॉट’ नामक यह परियोजना एक अनुसंधान और इंजीनियरिंग परियोजना है, जिसका उद्देश्य वर्तमान से 1,000 गुना अधिक तीव्रता वाले लेजर बीम चालित नैनोक्रॉफ्ट अंतरिक्ष यान का निर्माण करना है।
मिल्नर के अनुसार, नैनोक्रॉफ्ट बन जाने के बाद उसे करीब 4.37 प्रकाश वर्ष दूर ‘अल्फा सेंच्युरी’ तारा तक पहुंचने में लगभग 20 वर्ष लगेंगे।
अल्फा सेंच्युरी सौर मंडल के सबसे नजदीकी तारा तंत्र में से है और मौजूदा सबसे तेज अंतरिक्ष यान को इसके पास जाने में करीब 30,000 साल लगेंगे।
नैनोक्रॉफ्ट ग्राम-स्केल रोबोटिक अंतरिक्षयान होते हैं, जिनके दो मुख्य भाग होते हैं। कंप्यूटर के आकार की स्टारचिप और एक लाइटसेल। यह स्टारचिप मानवनिर्मित होती है, जिसकी कीमत एक आईफोन के बराबर है।
खास बात है कि इस परियोजना की शुरुआत रूसी अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन द्वारा पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान की 55वीं सालगिरह पर हुई। 12 अप्रैल, 1961 को पूर्व सोवियत संघ के नागरिक यूरी गागरिन ने अंतरिक्ष में पहली बार कदम रखा था।
हॉकिंग ने कहा, “आज हम ब्रह्मांड में अगली बड़ी छलांग लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि हम मानव हैं और हमारी प्रकृति उड़ान भरने की है।”