काठमांडू, 10 मई (आईएएनएस)। नेपाल का केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (सीबीएस) प्रतिवर्ष मई के मध्य तक जीडीपी विकास दर के अनुमान के साथ राष्ट्रीय खाता अनुमान की रपट जारी करता है।
नेपाल की समाचार वेबसाइट, ‘कांतिपुर डॉट कॉम’ के मुताबिक, नेपाल में 25 अप्रैल के विनाशकारी भूकंप के बाद सीबीएस इस दुविधा में है कि वह भूकंप की वजह से हुई भारी क्षति को राष्ट्रीय खाते में किस तरह व्यवस्थित करें। देश में जिस समय भूकंप आया, उस वक्त इस वित्त वर्ष का राष्ट्रीय खाता अनुमान का काम अंतिम चरण में था।
आमतौर पर वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक सीबीएस का राष्ट्रीय खाता अनुमान आर्थिक गतिविधियों पर आधारित होता है। लेकिन इस बार सीबीएस दुविधा में है कि क्या भूकंप की वजह से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक नई रपट बनाई जाए या फिर तीसरी तिमाही के आधार पर सामान्य रपट को पेश करे।
सीबीएस के महानिदेशक बिकास बिष्ट ने ‘कांतिपुर डॉट कॉम’ को बताया, “हम आमतौर पर तीसरी तिमाही के विकास कार्यो के आधार पर पूरे साल का अनुमान पेश करते हैं। हम इस मामले में अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं कि भूकंप की वजह से हुई क्षति का हवाला देते हुए नई रपट पेश की जाए या नहीं।”
नेपाल के वित्त मंत्री राम शरण महात ने पिछले बुधवार को कहा, “सीबीएस की तरह, सरकार भी 7.9 तीव्रता के भूकंप से हुई आर्थिक तबाही का अंतिम आकलन करने जा रही है। हालांकि सरकार ने स्वीकार किया है कि इस वित्त वर्ष का जीडीपी वृद्धि लक्ष्य को प्राप्त करना मुश्किल होगा।”
महात ने कहा, “भूकंप से पर्यटन, उद्योग और कृषि सहित सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं।”
भूकंप के बाद देश के पर्यटन क्षेत्र को भारी क्षति पहुंची है। बड़ी संख्या में पर्यटक देश से चले गए हैं और जो नेपाल आना चाहते थे, उन्होंने अपनी होटल बुकिंग रद्द कर दी है।