काठमांडू, 15 जून (आईएएनएस)। नेपाल के ऐतिहासिक स्मारक और धरोहर स्थल सोमवार को आम लोगों के लिए खोल दिए गए। 25 अप्रैल को आए भूकंप में अधिकांश स्मारक और धरोहर क्षतिग्रस्त हो गए थे।
नेपाल के पुरातत्व विभाग ने बताया कि बसंतपुर दरबार स्क्वायर सहित सभी धरोहर और ऐतिहासिक स्थल खोल दिए गए हैं।
इसके मुताबिक, भक्तापुर स्थित चांगुनरायन मंदिर भी मरम्मत का काम पूरा होने के बाद खोल दिए जाएंगे।
पर्यटक और आम लोगों को भूकंप आने के बाद धरोहर स्थल में जाने पर रोक लगा दी गई थी, क्योंकि 7.8 रिक्टर पैमाने के भूकंप ने सेवन प्रोटेक्टेड मान्युमेंट जोन्स ऑफ काठमांडू वैली वल्ड हेरीटेज प्रॉपर्टी के ढांचे नुकसान पहुंचाया था।
नेपाल सरकार और यूनिस्को की टीम अन्य स्थानों में भी मरम्मती के काम में लगी हुई है।
संस्कृति और पर्यटन मंत्री कृपाशुर शेरपा ने भक्तापुर दरबार स्क्वायर में एक कार्यक्रम के तहत धरोहर स्थल को दोबारा खोला।
शेरपा ने कहा कि यूनिस्को, घाटी की संबंधित नगर पालिकाओं और पुरातत्व विभाग ने धरोहर स्थलों को जल्द से जल्द पुराने रूप में लाने में सहयोग किया।
काठमांडू घाटी सात विश्व धरोहर स्थलों का केंद्र है।
सात स्मारकों में हनुमान ढोका, पाटन और भक्तपुर का दरबार साहिब, स्वयंभू और बौधनाथ के बौद्ध स्तूप और पशुपतिनाथ और चंगुनारायण का हिंदू मंदिर है।
लोकप्रिय बसंतपुर दरबार स्क्वायर, भक्तपुर दरबार स्क्वायर और ललितपुर दरबार स्क्वायार भी उन स्थलों में हैं, जिन्हें सोमवार को खोल दिया गया।
इसी तरह, दर्शनार्थियों को पशुपतिनाथ मंदिर, स्वयंभूनाथ स्तूप और बौधनाथ स्तूप जाने की इजाजत दी गई।
भूकंप और इसके बाद के आफ्टरशॉक में 8000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे।