काठमांडू, 2 मई (आईएएनएस)। नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप को देखते हुए दो अरबपति अनिवासी भारतीयों ने 1200 घरों के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा है। लंदन में नेपाल दूतावास ने यह जानकारी दी।
दूतावास के मुताबिक, ब्रिटेन में भवन निर्माण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करने वाली सिमो कंपनी के प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार सहगल ने लंदन में नेपाल के कार्यवाहक राजदूत तेज बहादुर छेत्री से शुक्रवार को मुलाकात की और 1000 घरों के निर्माण की पेशकश की।
सहगल ने छेत्री से कहा कि उनकी कंपनी आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ घर बनाने में अनुभवी है और अगर नेपाल सरकार उनके प्रस्ताव को स्वीकार करती है तो वे देश के सुदूरवर्ती इलाकों में घरों का निर्माण करेंगे।
सहगल ने ने छेत्री से कहा, “शुरुआत में हम अस्थायी घर बनाएंगे और एक बार जब सारा मलबा हटा लिया जाएगा तब स्थायी निर्माण करेंगे।”
इसी तरह एक अन्य अरबपति अनिवासी भारतीय श्रीप्रकाश लोहिया ने अपने लोहिया फाउंडेशन के जरिए 200 घरों के निर्माण की पेशकश की है।
लोहिया ने भी छेत्री से मिलकर मदद की पेशकश की। उन्होंने छेत्री से कहा कि विशेषज्ञ 90 दिन में भूकंपरोधी मकान बनाकर तैयार कर देंगे। लोहिया ने कहा कि अगर नेपाल इसकी स्वीकृति देता है तो वह 30 मई से इस पर काम शुरू करवा देंगे। छेत्री ने लोहिया से कहा कि नेपाल सरकार से चर्चा बाद आपको सूचित किया जाएगा।
दूतावास के बयान में कहा गया है कि लोहिया के पिता भारत से ब्रिटेन जाकर बसने से पूर्व नेपाल के विराटनगर में अशोक टेक्सटाइल कंपनी चलाते थे।
लोहिया का व्यापार फिलहाल 24 देशों में फैला है। वह 4.4 अरब डॉलर की कंपनी इंडोरामा कॉरपोरेशन के संस्थापक और चेयरमैन हैं। इंडोरामा पेट्रोकेमिकल और टेक्सटाइल के क्षेत्र में काम करती है।