नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागा संगठन नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल आफ नागालैंड (एनएससीएन-आईएम) के साथ हुए शांति समझौते को ऐतिहासिक करार दिया है।
समझौते पर दस्तखत के समय मौजूद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नागालैंड का यह राजनैतिक मुद्दा पिछले छह दशकों से खिंचता चला आ रहा था और इसका असर हमारी पीढ़ियों को भुगतना पड़ा।
उन्होंने नागा नेताओं टी. मुइवा और इसाक स्वू की इस समझौते को करने में दिखाए गए साहस और बुद्धिमत्ता के लिए प्रशंसा की।
मोदी ने कहा, “मेरे मन में शांति प्रयासों को असाधारण समर्थन देने के लिए महान नागा लोगों के प्रति बेहद गहरा सम्मान है। उत्तर पूर्व के लोगों के साथ मेरा रिश्ता बहुत गहरा है। मैं कई बार नागालैंड जा चुका हूं। मैं नागा लोगों की समृद्ध और बहुआयामी संस्कृति और जीवन जीने के उनके अलग अंदाज से बेहद प्रभावित रहा हूं। यह दुर्भाग्य है कि नागा समस्या को सुलझाने में इतना समय लग गया। इसकी वजह यह थी कि हम एक-दूसरे को समझ नहीं पा रहे थे। नागा लोगों का साहस और शौर्य अगर बेमिसाल है तो साथ ही वे उच्च मानवीयता के भी पैरोकार हैं।”