दीमापुर/नई दिल्ली/गुवाहाटी, 6 मार्च (आईएएनएस)। नागालैंड के वाणिज्यिक शहर दीमापुर केंद्रीय जेल में घुस आई भीड़ ने दुष्कर्म के एक आरोपी को गुरुवार को पीट-पीट मार डाला। इस मामले में केंद्र सरकार ने नागालैंड सरकार से विस्तृत रपट मांगी है। इस बीच राज्य सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि इस मामले में एक रपट मांगी गई है। इस बीच नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र जरूरी कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे।
अधिकारी ने कहा कि दीमापुर सहित राज्य में हालात नियंत्रण में हैं। दीमापुर में जन-जीवन सामान्य होने लगा है, हालांकि इलाके में तनाव है और अभी भी धारा 144 लागू है। उधर दुष्कर्म के आरोपी को मार डालने के विरोध में असम में कई जगह प्रदर्शन हुए हैं।
दीमापुर स्थित केंद्रीय जेल में गुरुवार को दुष्कर्म की वारदात से गुस्साई भीड़ जबरन जेल में घुस गई। भीड़ दुष्कर्म के आरोपी कैदी को खींचकर बाहर ले आई। उसे करीब सात किलोमीटर तक घसीटा गया और इस दौरान पिटाई की जाती रही, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसका शव घंटाघर में लटका दिया गया। इस घटना के बाद इलाके में अशांति का माहौल व्याप्त हो गया।
जानकारी के अनुसार, शव को लेकर भीड़ और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहले आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन भीड़ नियंत्रित न होते देख पुलिस को गोली चलानी पड़ी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
बताया जाता है कि दुष्कर्म के आरोपी की पहचान सैयद फरीद खान (35) के रूप में हुई है। वह अवैध बांग्लादेशी प्रवासी है। आरोप है कि उसने 23 फरवरी को एक नागा लड़की के साथ दुष्कर्म किया था।
राज्य सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “दीमापुर के अंदर और बाहरी हिस्सों में भी सुरक्षा सख्त कर दी गई है।”
उन्होंने बताया कि गुरुवार को पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में घायल युवक की स्थानीय अस्पताल में मौत हो गई। इसके अलावा गोलीबारी में घायल तीन अन्य युवकों की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
दीमापुर मुस्लिम परिषद ने कहा है कि माहौल शांति की ओर लौट रहा है तथा कहीं से किसी भी तरह की अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं आई है।
परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष ए. रहमान ने कहा, “हमने विभिन्न मोहल्लों में शांति समितियां बनाई हैं तथा घटना को सांप्रदायिक तनाव में तब्दील होने से रोकने की कोशिशें की जा रही हैं।”
इस बीच असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कैदी युवक की हत्या की निंदा की है तथा इसे ‘बर्बर, घृणित और गैर मानवीय’ करार दिया है।
गोगोई ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, “युवक को जिस तरह भीड़ द्वारा पुलिस की हिरासत से खींचकर बाहर लाया गया और बर्बर तरीके से हत्या की गई, वह निंदनीय है।”