अनिल सिंह(भोपाल)– मप्र के महत्वपूर्ण कार्यक्रम इंदौर इन्वेस्टर्स मीट का प्रबंधन देखने वाली स्वयंसेवी संस्था ने मप्र के युवाओं से धोखा किया है.पूर्व में भी यह संस्था इन्वेस्टर्स मीट का प्रबंधन देख चुकी है और इसी तरह के फर्जिवाडो को अंजाम देती रही है
मामला जब सामने आया जब भोपाल में कुछ महाविद्यालयों के युवा सड़क और अन्य कार्यक्रमों में फोटोग्राफी का प्रशिक्षण लेते देखे गए.वे समूहों में यह कार्य कर रहे थे.जब उनसे पुछा तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई,फोटोग्राफी का शौक रखने वाले इन युवाओं को एक manit के एक विद्यार्थी के माध्यम से एकत्रित किया गया बताया जाता है की इस विद्यार्थी के द्वारा पूर्व में भी कार्यक्रमों के लिए युवाओं को फंसाने का गोरखधंधा अंजाम दिया गया है.
इन युवाओं से कहा गया की उन्हें इन्वेस्टर्स मीट.इंदौर के तीनदिवसीय कार्यक्रम में फोटोग्राफी करनी है जिसके लिए इन्हें वहां रहने और भोजन के इंतजाम के साथ कुछ मेहनताना भी दिया जाएगा लेकिन मेहनताने की बात को स्पष्ट नहीं किया गया.इन्जीनियरिंग और अन्य महाविद्यालाययों के छात्र उत्साह में यह कार्य करने के लिए तैयार हो गए.युवाओं का उत्साह इस बात से झलकता नजर् आया की कुछ युवा प्रोफेशनल केमरे न होते हुए भी जुगाड़ कर कैमरे इस आयोजन में भाग लेने के लिए तत्पर हैं.
कंपनी को ज्यादा पैसे भी न खर्च करने पड़े और उसका लाभ भी बहुत हो इसके लिए यह स्वयंसेवकों से कार्य करवाती है क्योंकि इसका स्वरुप स्वयंसेवी संस्था का है लेकिन इसका रूप किसी कॉर्पोरेट कम्पनी की तरह है.आयोजन स्थल पर यह संस्था कॉर्पोरेट स्टाइल में सूट-बूट वाले स्वयंसेवक खड़े कर देती है जो इसके स्वयमसेवक न होकर कालेजों के छात्र होते हैं जिन्हें इस संस्था के बारे में पता भी नहीं है.
इस संस्था ने युवाओं और कार्यक्रम दोनों के साथ धोखा किया है.मात्र कुछ दिनों की फोटोग्राफी की प्रेक्टिस से इन युवाओं से इस कार्यक्रम की फोटोग्राफी करवाई जाती.इनका यह प्लान था की महत्त्व पूर्ण आयोजन स्थल पर इनके द्वारा व्यावसायिक फोटोग्राफर तैयार किये जाते और बाकी स्थलों पर इन नौसिखियों को भेज दिया जाता जो अपनी युवा उर्जा को इस कम्पनी के लाभ में बदल देते.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने से सुरक्षा व्यवस्था में इस संस्था द्वारा लग सकती है सेंध
चूंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं अतः इस संस्था के गैर जिम्मेदाराना रेवैये से सुरक्षा में सेंध लगने की संभावना हो गयी है.चूंकि इस संस्था आवारा आयोजन स्थल पर प्रवेश के पास दिए जायेंगे लेकिन उन अनजान स्वयंसेवकों को जिन्हें यह संस्था तैनात करेगी उनमें कोई भी वह एक आराम से घुस सकता है जो उस कार्यक्रम में खलल डाल दे.इस संस्था की वजह से इस पूरे कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था ही खतरे में आ गयी है.
इस संस्था के पदाधिकारी ने अनभिज्ञता प्रगट की
जब जिम्मेदार अधिकारी सागर चटर्जी से इस संबंद्ध में पुछा गया की क्या आप इस तरीके से फोटोग्राफरों को आयोजन स्थल पर लगा रहे हैं तो इन्होने मना कर दिया की ऐसी कोई योजना नहीं है जबकि इन्ही अधिकारी महोदय से उन युवाओं की मीटिंग पूर्व में अरेरा कालोनी स्थित कार्यालय में करवाई जा चुकी है.जब हमने इनसे पुछा की क्या ऐसा कुछ हो रहा है तब इनका उत्तर था की आप संस्था को नहीं जानते हैं बहुत बड़ी संस्था है और इन्होने स्वयम अपने आप को पत्रकार बताते हुए हमें भी यह नसीहत दे डाली की आप कैसी पत्रकार है कोई पत्रकार इस तरह की पत्रकारिता नहीं करता है.