नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। अरुणाचल सिविल सोसाइटी संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शनिवार को यहां चीन सरकार द्वारा अरुणाचल प्रदेश के लोगों को जारी किए जाने वाले नत्थी वीजा के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने नई दिल्ली स्थित अरुणाचल प्रदेश भवन से चीनी दूतावास तक मार्च किया और चीनी राजदूत को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने चीन के साथ इस मुद्दे को नहीं उठाने के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया।
अरुणाचल सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष पतेय तयूम ने आईएएनएस को बताया, “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में चीन का दौरा किया। उन्होंने उद्योग, रक्षा और अन्य द्विपक्षीय समझौतों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन नत्थी वीजा मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की गई। इससे बहुत निराशा हुई है।”
चीन, अरुणाचल प्रदेश के भारतीय नागरिकों को 1981 से ही नत्थी वीजा जारी करता आ रहा है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के तत्कालीन अध्यक्ष दिवंगत टी.एल.राजकुमार को भी एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वीजा जारी करने से इंकार कर दिया था।
तब से इस तरह की घटनाएं कई शिक्षाविदों और खिलाड़ियों के साथ होती आ रही हैं।
तयूम ने कहा, “हम चीन सरकार के इस बर्ताव से काफी शर्मिदा और अपमानित महससू करते हैं और उससे भी अधिक इस मुद्दे पर भारत की चुप्पी से।”