नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। अगले नौसेना प्रमुख के तौर पर वाइस एडमिरल करमबीर सिंह की नियुक्ति को अदालत में चुनौती दी गई है।
नौसेना प्रमुख के तौर पर उनकी नियुक्ति को चुनौती देने वाली वाइस एडमिरल बिमल वर्मा की याचिका पर आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल में सुनवाई होगी।
नौसेना प्रमुख बनाए जाने के क्रम में एडमिरल वर्मा सबसे वरिष्ठ हैं, लेकिन सरकार ने करमबीर सिंह को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया है।
अंडमान एवं निकोबार कमान के प्रमुख एडमिरल वर्मा ने अदालत से उनकी वरीयता का अतिक्रमण किए जाने का कारण जानने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है।
नौसेना के पूर्वी कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल करमबीर सिंह 31 मई को नए नौसेना प्रमुख का पदभार ग्रहण करेंगे। वर्तमान नौसेना प्रमुख सुनील लांबा 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सेना प्रमुख की नियुक्ति में मोदी सरकार ने वरीयताक्रम की उपेक्षा की है। इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बक्शी और पी. एम. हाफिज की वरीयता की उपेक्षा करके बिपिन रावत को थलसेना प्रमुख बनाया गया था।
पूर्व नौसेना प्रमुख निर्मल वर्मा के भाई बिमल वर्मा उस समय वार रूम में तैनात थे, जबकि 2005 में सूचना लीक का विवाद पैदा हुआ था।