(छत्तीसगढ़)-बालोद से २५ किमी. दूर पहाड़ी पर स्थित सियादेवी मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से शोभायमान है जो धार्मिक पर्यटन स्थल कहा जाता है। यहां पहुंचने पर झरना, जंगल व पहाडो से प्रकृति की खूबसूरती का अहसास होता है। इसके अलावा रामसीता लक्ष्मण, शिव पार्वती, हनुमान, राधा कृष्ण, सियादेवी, भगवान बुद्ध, बुढादेव की प्रतिमाएं है। यह स्थल पूर्णत: रामायण की कथा से जुडा हुआ है।
ऐसा माना जाता है कि त्रेता युग में भगवान् रामसीता माता और लक्षमण वनवास काल में इस जगह पर आये थे|यहाँ सीता माता के चरण के निशान भी चिन्हित किये गए हैं |बारिस में यह जगह खूबसूरत झरने की वजह से अत्यंत मनोरम हो जाती है| झरने को वाल्मीकि झरने के नाम से जाना जाता है| परिवार के साथ जाने के लिए यह बहुत बेहतरीन पिकनिक स्पाट है| यहाँ जाने का सबसे अच्छा समय जुलाई से फरवरी तक है|
ब्रेकिंग न्यूज़
- » वायनाड में 2 लाख से ज्यादा वोट से प्रियंका ने बनाई बढ़त
- »
- » मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष बनीं नूरी खान
- » पुतिन का आदेश:Russia में बड़े पैमाने पर मोबाइल न्यूक्लियर वार शेल्टर का उत्पादन
- » PM मोदी को अब ये 2 देश देंगे अपना सर्वोच्च पुरस्कार
- » उत्पन्ना एकादशी कब है,शुभ मुहूर्त और जानें महत्व
- » दिल्ली में AQI 500 के पार, कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी
- » Delhi Air Pollution: दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में स्कूल कल से रहेंगे बंद
- » लाहौर:प्रदूषण के चलते सरकार ने लागू किया कंप्लीट लॉकडाउन
- » सागर में स्लीपर बस पलटी, 12 यात्री घायल