देहरादून। धारी देवी मंदिर की अपलिफ्टिंग का मुद्दा गरमा गया है। गंगा सेवा मिशन के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने तो इस मुद्दे पर बदरी-केदार यात्रा रोकने तक की चेतावनी दे दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीति करती है।
स्वामी आनंद स्वरूप ने मां धारी देवी मंदिर पर बनने वाले बांध का विरोध किया। उन्होंने कहा कि धारी देवी मंदिर को किसी भी दशा में अपलिफ्ट नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने बांधों के मामले में कुछ समय पहले हुई बैठक का हवाला देते हुए बताया कि गंगा सेवा मिशन के प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार को बांध न बनाने के लिए वैज्ञानिक, आर्थिक और धार्मिक कारण तक बता दिए। बावजूद इसके इस मुद्दे पर बनी चतुर्वेदी कमेटी ने बांध के पक्ष में रिपोर्ट जारी कर दी, जिसे लागू नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने निशंक सरकार के दौरान दी गई इस अनुमति को खारिज करने और मंदिर के पास लगी क्रेन को अविलंब हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि बहुगुणा सरकार ने ऐसा नहीं किया तो बदरी-केदार यात्रा रोक दी जाएगी, उसे ऋषिकेश से आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। इस मुद्दे पर साधु-संतों के अलावा प्रमुख बुद्धिजीवियों से भी बात की जा रही है। उन्होंने बताया कि वह इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से बातचीत के बाद अपनी रणनीति की घोषणा करेंगे।