लखनऊ, 15 सितंबर – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार पर आरोप लगाया कि लगातार दो वर्षो से बजट का धन खर्च न कर पाने वाली अखिलेश सरकार विकास के लिए आंवटित धन खर्च करने को लेकर गंभीर नहीं है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अखिलेश सरकार की बेपरवाही का आलम यह है कि कई विकास योजनाओं के धरातल पर उतरने का जनता इंतजार कर रही है और बजट सरकार के खाते में पड़ा है।
पाठक ने अखिलेश सरकार को ‘विकास विरोधी’ बताते हुए कहा कि राज्य में जब मुख्यमंत्री के अधीन रहने वाले विभागों में विकास के लिए आवंटित राशि का महज 10-12 फीसदी ही खर्च हो पा रहा है तो अन्य विभागों की विकास योजनाओं का क्या हाल होगा, समझा जा सकता है।
पाठक ने कहा, ‘आधा वित्तवर्ष खत्म होने को है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित बड़बोले मंत्रियों के विभागों में विकास के लिए आंवटित रकम खर्च नहीं हो सकी है। ऐसे में विकास को लेकर मुख्यमंत्री के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं।’
पाठक ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अधीन आने वाले आवास विकास में आंवटित बजट 1238.22 करोड़ रुपये में से 138.17 करोड़ रुपये ही खर्च हो सके हैं। मुख्यमंत्री के ही अधीन आने वाले गन्ना विकास विभाग का आलम यह है कि बजट का खर्च शून्य ही है।
उन्होंने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने की कोशिशों का जोर-शोर से प्रचार करने में लगे मुख्यमंत्री अखिलेश उद्योग विकास के बजट की राशि का महज छह फीसदी ही खर्च कर पाए हैं।