नई दिल्ली , 19 फरवरी (आईएएनएस)| दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत के बाहर सीपीआई कार्यकर्ता के साथ मारपीट से विवादों में घिरे दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक ओम प्रकाश शर्मा (ओ.पी.शर्मा) ने कहा कि वह एक देशभक्त हैं और जहां भी देश के खिलाफ बात की जाएगी, वह उसका पुरजोर विरोध करेंगे क्योंकि ऐसी बातों सुनकर उनका खून खौलता है।
ओ.पी.शर्मा उस समय विवादों में घिर गए, जब पटियाला हाउस अदालत के बाहर सीपीआई कार्यकर्ता के साथ मारपीट का उनका वीडियो वायरल हो गया। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में देश विरोधी नारेबाजी मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान अदालत के बाहर सीपीआई कार्यकर्ता के साथ मारपीट पर उनका कहना है कि वह मीडिया ट्रायल का शिकार हुए हैं।
शर्मा ने आईएएनएस से खास बातचीत में बताया कि एक बंद कमरे में बैठकर बहस करने से कोई सही या गलत साबित नहीं हो जाता।
शर्मा ने कहा, “देश विरोधी नारेबाजी हुई थी, इसे तो झुठलाया नहीं जा सकता लेकिन फिर भी तमाम तरह की पार्टियां देश विरोधी ताकतों का पक्ष ले रही हैं। एक देशभक्त होने के नाते मेरा तो खून खौलता है। आपका नहीं खौलेगा क्या? इस तरह के हालात में मेरी जो प्रतिक्रिया थी वह सामान्य थी। देशभक्त हूं, देश को गाली दोगे तो मैं तो विरोध करूंगा।”
इस मामले में पुलिस ने उनके साथ कई घंटों तक पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया लेकिन जल्द ही जमानत पर रिहा कर दिया गया।
इस संदर्भ में शर्मा ने कहा कि उन पर पहले हमला किया गया और उन्होंने अपने बचाव में वह कदम उठाया। मीडिया ने इस घटना का तिल का ताड़ बना दिया है।
दिल्ली के विश्वास नगर से विधायक ने को बताया, “देश के विरोध में जो भी आग उगलेगा, मैं उसे कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा। फिर चाहे मुझे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।”
शर्मा ने केजरीवाल सरकार के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार किस मुंह से उन पर इल्जाम लगा रही है, वह समझ नहीं पा रहे हैं। शर्मा ने कहा, ” केजरीवाल और राहुल गांधी उन लोगों का समर्थन कर रहे हैं, जिन्होंने देश विरोधी नारे लगाए हैं। ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि दिल्ली सरकार किस मुंह से उन पर आरोप लगा रही है।”
शर्मा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहते हैं, “आप लोग राजनीति करें लेकिन इस राजनीति में देश की अस्मिता को दांव पर नहीं लगाएं। ये लोग देश विरोधी ताकतों का मनोबल बढ़ा रहे हैं। मैं इस तरह की राजनीति की निंदा करता हूं।”
शर्मा का कहना है कि कांग्रेस को आतंकवादियों को पालने की परंपरा छोड़नी होगी। मोदी सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के घोटालों को उजागर करने की राजनीति से वह तिलमिला गई है और भाजपा को केंद्र से हटाने के लिए देश विरोधी ताकतों तक का समर्थन कर रही है।
जेएनयू प्रकरण की निष्पक्ष जांच के सवाल पर भाजपा विधायक शर्मा कहते हैं, ” मैं खुद चाहता हूं कि इस प्रकरण की जांच हो और सच्चाई सामने आए।”
अपनी विधानसभा सदस्यता खतरे में पड़ने की खबरों को लेकर शर्मा कहते हैं कि देश के सम्मान से बढ़कर उनके लिए लिए कुछ भी नहीं है फिर इसकी चाहे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।