मुंबई, 10 मार्च (आईएएनएस)। देश का चालू खाता घाटा (सीएडी) दिसंबर 2014 में समाप्त तिमाही में गिरकर 8.2 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद का 1.6 प्रतिशत हो गया। इसके पूर्व की तिमाही में यह 10.1 अरब डॉलर या जीडीपी का दो प्रतिशत था।
भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को कहा कि सीएडी पिछले वर्ष की समान अवधि में 4.2 अरब डॉलर या जीडीपी का 0.9 प्रतिशत हो गया था।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बकाया भुगतान पिछली तिमाही में 6.9 अरब डॉलर के अधिशेष का पूरा दोगुना था, क्योंकि कारोबारी निर्यात में उच्च वृद्धि दर थी, कारोबारी आयात में मामूली वृद्धि थी और शुद्ध वित्तीय प्रवाह में पर्याप्त वृद्धि थी।
तीसरी तिमाही में व्यापार घाटा बढ़कर 39.2 अरब डॉलर हो गया, जो इसके इसके पहले की तिमाही में 38.6 अरब डॉलर था। क्योंकि कारोबारी निर्यात में कारोबारी आयात की तुलना में तीव्र गिरावट हुई।
अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में व्यापार घाटा मामूली वृद्धि के साथ 39.2 अरब डॉलर हो गया।