नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। दूरसंचार स्पेक्ट्रम नीलामी, 19 दिनों तक चली लंबी बोली प्रक्रिया के बाद बुधवार को समाप्त हो गई। 19वें दिन की समाप्ति पर कुल 1,00,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई।
800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज, 1800 मेगाहट्र्ज और 2100 मेगाहट्र्ज में बोली लगाई गई है, जिसमें मोबाइल और ब्रॉडबैंड दोनों तरह की दूरसंचार प्रौद्योगिकी शामिल है।
मंगलवार तक दूरसंचार कंपनियों ने सरकार को 1,09,000 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई थी। स्पेक्ट्रम के लिए आठ कंपनियों ने बोली लगाई, जिनमें शामिल हैं : रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया, टाटा टेलीसर्विसिस, यूनीनॉर, आईडिया सेल्युलर और एयरसेल।
सरकार ने 800 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम बैंड के लिए आधार मूल्य 3,423 करोड़ रुपये प्रति मेगाहट्र्ज तय किए थे। इसी तरह 900 मेगाहट्र्ज बैंड के लिए 3,399 करोड़ रुपये, 1800 मेगाहट्र्ज बैंड के लिए 1,425 करोड़ रुपये तय किए गए थे। 3जी स्पेक्ट्रम के लिए भी सरकार ने 3,511 करोड़ रुपये का आधार मूल्य तय किया था।