उद्योग व सूचना प्रौद्योगिकी उप-मंत्री शिन गुओबिन ने कहा कि दुर्लभ खनिजों के अवैध खनन से अधिक आपूर्ति की समस्या उत्पन्न हो रही है, साथ ही इससे बाजार मूल्य प्रभावित होता है।
शिन ने कहा कि मंत्रालय निगरानी तंत्र को मजबूत करेगा और यदि वे दुर्लभ खनिजों के अवैध खनन को रोकने में नाकाम रहते हैं, तो इसके लिए स्थानीय सरकार की जवाबदेही तय की जाएगी।
शिन ने कहा कि अवैध खनन का पता लगाने एवं उसे रोकने के लिए एक विशेष चालान तथा पब्लिक रिपोर्टिग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा।
चाइना रेयर अर्थ इंडस्ट्री एसोसिएशन के मुताबिक, बीते साल लगभग 40 हजार टन दुर्लभ खनिज का अवैध खनन किया गया, जबकि वैध तरीके से ऐसे खनिजों का उत्पादन 1.10 लाख टन था।
दुर्लभ खनिजों के अवैध खनन को रोकने के लिए चीन ने 2011 में एक अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत 55 कंपनियों को बंद करावा दिया गया था और अवैध रूप से निकाले गए 23 हजार टन दुर्लभ खनिजों को जब्त कर लिया गया था।
उल्लेखनीय है कि हाई-टेक उत्पादों जैसे स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक कार की बैटरी के निर्माण के लिए दुर्लभ खनिजों की जरूरत होती है।