दीमापुर/गुवाहाटी, 7 मार्च (आईएएनएस)। नागालैंड सरकार ने गुरुवार को दीमापुर में दुष्कर्म के एक आरोपी की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है। केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्य सरकार से इस घटना के पीछे जिनका हाथ है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा।
दीमापुर में नागालैंड पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सैयद फरीद खान की हत्या में संलिप्त लोगों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं और उनके खिलाफ मुकदमा शीघ्र दायर किया जाएगा।
नागालैंड के अधिकारियों ने शनिवार को खान का शव उसके परिवार को असम-नागालैंड सीमा पर खतखाती इलके में सौंप दिया। बाद में उनके शव को असम के करीमनगर जिले में स्थित उसके पैतृक गांव ले जाया गया।
शव पहुंचने के बाद जिले के बदरपुर इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। दिल दहला देने वाली हत्या को लेकर लोग उत्तेजित हो गए थे हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
खान के भाई जमालुद्दीन खान ने दावा किया कि उसके भाई को दुष्कर्म के मामले में फंसाया गया क्योंकि आरोप लगाने वाली लड़की की चिकित्सकीय जांच में संकेत मिला है कि कोई यौन प्रताड़ना नहीं हुआ है।
एक अनियंत्रित भीड़ ने गुरुवार को दीमापुर केंद्रीय जेल में घुस गई और फरीद खान को अपने कब्जे में ले लिया।
पुरानी कारों की खरीद-बिक्री करने वाले 35 वर्षीय सैयद फरीद खान पर एक 20 वर्षीय नागा महिला के साथ 23 और 24 फरवरी को दो अलग-अलग जगहों पर दुष्कर्म करने का आरोप था। पुलिस ने खान को 25 फरवरी को गिरफ्तार किया और निचली अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
भीड़ खान को जेल से घसीटते हुए शहर के घंटाघर पहुंची, जहां उसकी मौत हो गई। जेल से इस स्थान तक की दूरी सात किलोमीटर थी। भीड़ ने उसके बाद उसके शव को घंटाघर में लटका दिया। उसके बाद पुलिस पहुंची और उसने शव को अपने कब्जे में लिया।
नागालैंड सरकार ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और तीन वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। हालात को नियंत्रित न कर पाने की वजह से उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को इस घटना में प्रशासनिक लापरवाही होना स्वीकार किया।
कोहिमा में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हमने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मामले में दोषी पाए जाने वाले किसी भी अधिकारी को दंडित किया जाएगा। अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।”
दीमापुर और राज्य के अन्य हिस्सों में रह रहे प्रवासियों को सुरक्षा का अश्वासन दिया है।
नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को नागालैंड सरकार से दीमापुर में दुष्कर्म के आरोपी कैदी की खुलेआम हत्या करने के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “राजनाथ सिंह ने नागालैंड के मुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग से बात की तथा उन्हें राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रति सचेत रहने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने हत्या के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा।”
असम के ट्रक चालकों ने यहां से दीमापुर और नागालैंड के अन्य हिस्सों के लिए ट्रकों का परिचालन शनिवार को रोक दिया।
ट्रक संचालकों के कम से कम 17 संगठनों ने असम में शनिवार को कहा कि जबतक पीड़ित व्यक्ति के परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, तबतक विरोध जारी रहेगा।
आल असम ट्रक ओनर्स एसोसिएशन के एक सदस्य ने कहा, “असम मूल के दीमापुर स्थित व्यापारी सैयद फरीद खान की हत्या एक अमानवीय कृत्य है। नागालैंड सरकार को चाहिए कि पीड़ित परिवार को पर्याप्त मुआवजा मुहैया कराए और यह सुनिश्चित करे कि असम के अन्य किसी व्यापारी का नागालैंड में उत्पीड़न नहीं होगा।”