नई दिल्ली, 12 फरवरी (आईएएनएस)। दिसंबर 2014 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 182.6 अंक रहा, जो दिसंबर 2013 के मुकाबले 1.7 फीसदी ज्यादा है। इसका मतलब यही है कि दिसंबर, 2014 में औद्योगिक विकास दर 1.7 फीसदी रही। इसी तरह वित्त वर्ष 2014-15 की अप्रैल-दिसंबर अवधि में औद्योगिक विकास दर 2.1 फीसदी आंकी गई है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा दिसंबर, 2014 के लिए जारी किये गये औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के त्वरित आकलन (आधार वर्ष : 2004-05) से उपर्युक्त जानकारी मिली है।
16 स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर आईआईपी का आकलन किया जाता है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, पेट्रालियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और उर्वरक विभाग भी इन एजेंसियों में शामिल हैं।
दिसंबर, 2014 में खनन, विनिर्माण एवं बिजली क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि दर दिसंबर, 2013 के मुकाबले क्रमश: (-) 3.2 फीसदी, 2.1 फीसदी तथा 4.8 फीसदी रही। वहीं, अप्रैल-दिसंबर 2014-15 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्टरों की उत्पादन वृद्धि दर क्रमश: 1.7, 1.2 तथा 10 फीसदी आंकी गई।
दिसंबर, 2014 में बुनियादी वस्तुओं (बेसिक गुड्स), पूंजीगत सामान एवं मध्यवर्ती वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर दिसंबर, 2013 की तुलना में क्रमश: 2.4, 4.1 तथा 0.1 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्ता सामान का सवाल है, इनकी उत्पादन वृद्धि दर दिसंबर 2014 में 9 फीसदी नकारात्मक रही है। वहीं, गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान की उत्पादन वृद्धि दर दिसंबर 2014 में 5.7 फीसदी रही। कुल मिलाकर उपभोक्ता वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर दिसंबर 2014 के दौरान 0.7 फीसदी आंकी गई है।