नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। विशेषज्ञों एवं दिल्ली पुलिस द्वारा शालीमार बाग स्थित मैक्स हेल्थकेयर अस्पताल से लेकर पटपड़गंज और साकेत के मैक्स अस्पतालों और वसंत कुंज में स्थित एक लिवर इंस्टीट्यूट तक बनाए गए तीन ग्रीन कॉरिडोर्स की मदद से राजधानी में छह लोगों की जिंदगियां बच गईं।
मैक्स हेल्थकेयर ने रविवार को कहा कि 10 जून को रात लगभग नौ बजे यह उपलब्धि हासिल की गई। मैक्स अस्पताल शालीमार बाग से मैक्स अस्पताल पटपड़गंज तक बनाया गया पहला ग्रीन कॉरिडोर 32 किलोमीटर लंबा था, मैक्स अस्पताल साकेत तक बनाया गया दूसरा कॉरिडोर 40 किलोमीटर लंबा और वसंत कुंज स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलियरी साइंसेज (आईएलबीएस) तक तीसरा कॉरिडोर 38 किलोमीटर लंबा था।
हरियाणा के सोनीपत निवासी एक 57 वर्षीया मृतका के शरीर से निकाला गया एक गुर्दा मैक्स सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल, शालीमार बाग में ट्रांसप्लांट किया गया, जबकि उसका दूसरा गुर्दा और दिल क्रमश: पटपड़गंज और साकेत ले जाया गया।
महिला के कॉर्निया और लिवर भी दान किए गए थे। कॉनिर्या अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और लिवर वसंत कुंज स्थित आईएलबीएस में भेजा गया।
मैक्स सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल, शालीमार बाग के डॉ. वाहिद जमान के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम ने नौ घंटे से भी ज्यादा समय के श्रम से गुर्दा निकालने और ट्रांसप्लांट करने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।