नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित तीनों दिल्ली नगर निगमों (एमसीडी) पर आरोप लगाया कि ये दिल्ली को कूड़े के ढेर में तब्दील करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि तीनों निगम भ्रष्ट संस्थाओं की सूची में सबसे ऊपर हैं।
आप ने सफाई कर्मचारियों को वेतन न मिलने के लिए भाजपा और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
दिल्ली नगर निगम को विश्व की सबसे भ्रष्ट संस्था करार देते हुए आप ने सफाई कर्मचारियों के बकाए वेतन के भुगतान न किए जाने में भाजपा की भूमिका की जांच की मांग की।
आप नेता दिलीप पांडे ने प्रेस वार्ता के दौरान आरोप लगाया कि कर्मचारियों के वेतन की राशि का इस्तेमाल अन्य मदों में कर दिया गया और अब अपने कर्मचारियों को दिल्ली सरकार से वेतन मांगने को कहा जा रहा है।
केंद्रीय वितमंत्री अरुण जेटली की तरफ इशारा करते हुए पांडे कहा कि एमसीडी को केंद्र से 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, लेकिन अब तक लाभार्थियों तक एक रुपया भी नहीं पहुंचा है।
वहीं आप नेता संजय सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा शासित एमसीडी दिल्ली को कूड़े के ढेर में तब्दील करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि एमसीडी राशि मिलने के बाद भी और पैसे की मांग रही है।
संजय सिंह ने एमसीडी के भ्रष्टाचार के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि एमसीडी पर काबिज भाजपा बहुत गंदी राजनीति कर रही है, सच्चाई यह है कि उसके एमसीडी में 22,000 फर्जी कर्मचारी हैं।
उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोगों को सजा दी जा रही है क्योंकि उन्होंने भाजपा के बजाय आप को वोट दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और उपराज्यपाल नजीब जंग दिल्ली की जनता को अपनी हार की सजा दे रहे हैं।”
राष्ट्रीय राजधानी में इधर कई हफ्तों से सभी कूड़ाघर खाली हैं और तमाम कूड़ा-कचरा सड़कों पर बिखरा पड़ा सड़ रहा है। बदबू के कारण लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है, कई जगह तो लोगों को कचरे के ढेर से होकर गुजरना पड़ रहा है। किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि ‘स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत’ अभियान की धज्जियां वही पार्टी उड़ाएगी, जिसके नेता नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुआत की।