नई दिल्ली – दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मौसम में बदलाव आने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है और दिवाली के बाद प्रदूषण और बढ़ने की आशंका है. राय ने कहा कि दिल्ली सरकार धूल के प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और इसमें लोगों को सहयोग करना होगा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया. यह 273 दर्ज की गई. कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता बहुत खराब रही. आंकड़ों के अनुसार, मुंडका और बवाना में एक्यूआई 366, वजीरपुर में 355, जहांगीरपुरी में 347 और आनंद विहार में 333 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. तापमान गिरने के कारण स्थिति और बिगड़ सकती है. दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता और बदतर होने की आशंका है. पूरे शहर में धूल रोधी अभियान जोरशोर से चलाया जा रहा है. जहां भी उल्लंघन पाए जा रहे हैं, जुर्माना लगाया जा रहा है.’’ धूल नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करते पाए गए लोगों पर अब तक कुल 17 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. यह अभियान और तेज किया जाएगा.
बेंगलुरु में भारी बारिश के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कर्नाटक की राजधानी समेत 11 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने (आईएमडी) कर्नाटक के 11 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने रविवार के लिए भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. इसके चलते अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और संभावित आपातकालीन स्थितियों के लिए व्यवस्था कर रहे हैं.
येलो अलर्ट दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ के तटीय जिलों के लिए जारी किया गया है, जहां तेज हवाएं चक्रवात जैसी स्थिति पैदा कर रही हैं. पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी गई है. दक्षिणी और उत्तरी कर्नाटक के कई जिले भी येलो अलर्ट पर हैं. बेंगलुरु में भारी बारिश ने एक बार फिर निचले इलाकों के निवासियों और झील के किनारे बनी इमारतों के लिए चिंता बढ़ा दी है. आमतौर पर इस अवधि के दौरान बेंगलुरु में औसतन 5 मिमी बारिश होती है. हालांकि, 15 अक्टूबर को शहर में 65 मिमी बारिश दर्ज की गई. उस दिन 142 स्थानों पर घरों में पानी भरने और 30 पेड़ उखड़ने की खबर सामने आई थी.