नई दिल्ली, 12 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के एक होटल में आग लगने से मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की और घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक समिति गठित करने की मांग की।
दीक्षित ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात करने के बाद कहा, “दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को एक समिति का गठन करना चाहिए, ताकि पता लगाया जा सके कि कैसे एक बड़े होटल में इतनी भयानक आग लग गई?”
घटना पर गहरा दुख प्रकट करते हुए शीला दीक्षित ने कहा कि उन्होंने अपनी सलाह दे दी है और बनाई जाने वाली समिति को यह जरूर देखना चाहिए कि क्या होटल में किसी प्रकार की प्रक्रियात्मक गड़बड़ी की गई थी और इतने सारे लोग आग में कैसे मारे गए?
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री व शहर की कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि दोषियों को अवश्य ही सजा दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार का तत्कालीन काम होना चाहिए कि जिन्होंने अपनों को खोया है, उन्हें सांत्वना दे।
दिल्ली के भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने भी घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के प्रति शोक जताया।
तिवारी ने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली के करोलबाग होटल में 17 लोगों की मौत। अत्यंत दुख के साथ संवेदना व्यक्त करता हूं। दिवंगत आत्माओं को ईश्वर शांति दे और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि घायलों को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ मिले।”
मध्य दिल्ली के करोलबाग इलाके के अर्पित पैलेस होटल में लगी आग में 17 लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक महिला व एक बच्चा शामिल है।
मंगलवार तड़के लगी आग से खुद को बचाने के लिए तीन लोग इमारत से कुद गए थे। घटना के बाद 25 दमकलों को काम पर लगाया गया था।
आग पहले तीसरे और चौथे तल पर लगी, लेकिन लपटें जल्द ही फैल गईं और इसकी चपेट में भूतल व बेसमेंट भी आ गए।
इस पांच मंजिला होटल से कुल 35 लोगों को बचाया गया।