भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (Senior Congress leader) दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने आज बुधवार को भिंड (Bhind district) के कलेक्टर को हटाने की मांग की और उन पर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh assembly elections 2023) में पात्र सेवा मतदाताओं को डाक मतपत्र (Postal ballots) जारी नहीं कर उन्हें मताधिकार के अधिकार से वंचित करने का आरोप लगाया.
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) को लिखे पत्र में सिंह ने आरोप लगाया कि भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट (Lahar assembly seat) पर “घोर अनियमितताएं” हुईं, जहां 500 से अधिक सेवा मतदाताओं को डाक मतपत्र जारी नहीं किए गए. लहार सीट से नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जबकि बीजेपी ने अंबरीश शर्मा को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस नेता ने मांग की कि भिंड कलेक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें वहां से स्थानांतरित किया जाए. उन्होंने कहा कि लहार सीट पर मतगणना के दिन अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जाएं.
बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव कराए गए थे और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव के संचालन के नियमों के अनुसार, जिन सरकारी कर्मचारियों को चुनाव प्रक्रियाओं में तैनात किया गया था, उन्हें डाक मतपत्र जारी किए जाने थे. यह आपके संज्ञान में लाया जाना चाहिए कि 500 से अधिक ऐसे सरकारी सेवक जिन्होंने फॉर्म-12 के तहत आवेदन किया था, उन्हें डाक मतपत्र जारी नहीं किए गए हैं. इसकी शिकायत 11 नवंबर को की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके परिणामस्वरूप 500 से अधिक सरकारी कर्मचारी वोट डालने से वंचित रह गए.
राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र की एक प्रति मीडिया के साथ साझा की. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदान के दिन कांग्रेस के पोलिंग एजेंटों को मतदान केंद्रों के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई और कुछ बूथों पर जहां वे अंदर थे, उन्हें पीठासीन अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने बाहर कर दिया. सिंह ने कहा कि इसे बूथों पर लगाए गए कैमरों के वीडियो फुटेज से देखा जा सकता है और इसे रिटर्निंग ऑफिसर्स के लिए हैंडबुक में उल्लिखित नियमों का उल्लंघन बताया.