यह पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदेश के ऐसे सुयोग्य गायक कलाकार को दिया जायेगा जिसने दादरा, ठुमरी एवं गजल के क्षेत्र में अपने व्यक्तिगत प्रयासों से उत्कृष्ट आयाम स्थापित किये हों तथा राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया हो।
पुरस्कार स्वरूप चयनित कलाकार को पांच लाख रुपये नगद धनराशि, अंगवस्त्र एवं प्रशस्तिपत्र भेंट स्वरूप प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार के लिए संस्कृति विभाग के आय-व्यय में आवश्यक बजट व्यवस्था की जायेगी।