हैदराबाद, 5 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने आंध्र प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र शुरू होने के ठीक एक घंटा पहले उन आठ विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की, जो उनकी पार्टी छोड़ कर तेलुगू देशम पार्टी में शामिल हो गए हैं।
सदन में पार्टी के उपनेता ज्योतुला नेहरू के नेतृत्व में पार्टी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने इस आशय का ज्ञापन विधानसभा अध्यक्ष के. शिव प्रसाद राव को सौंपा और उनसे आग्रह किया कि निष्पक्ष रुख अपनाते हुए सभी आठों दलबदलू विधायकों, जो उनकी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत कर आए हैं, उन्हें तुरंत अयोग्य घोषित करें।
ज्ञापन सौंपने के बाद नेहरू ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए अध्यक्ष को कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने उममीद जाहिर की अध्यक्ष इस मामले में निष्पक्षता दिखाएंगे।
उधर, वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने कालीपट्टी बांधकर विरोध करते हुए विधानसभा भवन तक मार्च किया और कहा कि दलबदल कराकर तेलुगू देशम ने लोकतंत्र की हत्या की है।
प्रतिपक्ष के नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पैसे का लालच देकर उनके विधायकों को पटाया था। उन्होंने कहा कि हर विधायक को 20 से 30 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।
बाद में जब राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन जब सदन में अभिषण दे रहे थे, तब वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने दोनों सदनों में जमकर नारेबाजी की।
पार्टी के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि यह विरोध मार्च अमरावती को राजधानी बनाने के सिलसिले में किए गए जमीन घोटाले के खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि राजधानी के लिए अनुसूचित जाति के किसानों से जबरन जमीन ली गई।