रायपुर/ दंतेवाड़ा, 24 मार्च (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में मॉर्निग वॉक पर निकले दंतेवाड़ा जेल के आरक्षक किशन लाल घृतलहरे की मंगलवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना में नक्सलियों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गयी हैं।
पुलिस सूत्रों मुताबिक, दंतेवाड़ा जेल में तैनात आरक्षक घृतलहरे नाइट शिफ्ट के बाद अपने घर पहुंचा। इसके बाद वह सुबह अपनी पत्नी के साथ मॉर्निग वॉक पर निकल गया। इस दौरान बलूद मार्ग पर घने जंगल से एक अनजान व्यक्ति बाहर आया और उसने घृतलहरे से अपने साथ चलने को कहा। जब घृतलहरे ने इससे मना किया तो उसने बंदूक निकालकर कनपटी पर गोली मार दी। जिससे जेल आरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई।
गोली मारने के बाद घृतलहरे की पत्नी चिल्लाई इतनी देर में हमलावर जंगल में भाग गया। जिस इलाके में यह घटना हुई है वहां नक्सली लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं।
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा जेल में बंद करीब 500 कैदियों में से 95 फीसदी पर नक्सल मामले में केस चल रहे हैं। वहीं 23 मार्च को भगत सिंह शहीद दिवस से नक्सलियों का बंदी अधिकार सप्ताह शुरू हो गया है। ऐसे में वे बंदियों के अधिकारों को लेकर जगह-जगह पोस्टर लगाते हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि जेल प्रहरी की हत्या के पीछे नक्सलियों का ही हाथ है।