अगरतला, 11 मार्च (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में बिजली क्षेत्र में अवसंरचना तैयार करने के लिए विश्व बैंक 1,376 करोड़ रुपये की सहायता देगा। यह जानकारी बुधवार को एक अधिकारी ने यहां दी।
सरकारी कंपनी पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) राज्य में विश्व बैंक की सहायता से चलने वाली परियोजना का कार्यान्वयन करेगी।
त्रिपुरा बिजली विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “पीजीसीआईएल, विश्व बैंक, केंद्रीय बिजली प्राधिकरण, त्रिपुरा राज्य बिजली निगम और त्रिपुरा बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक 13 मार्च को यहां होगी।”
बैठक में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार और बिजली मंत्री माणिक डे भी मौजूद रहेंगे।
अधिकारी ने बताया, “1,376 करोड़ रुपये की यह परियोजना असम, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और त्रिपुरा से संबंधित 8,150 करोड़ रुपये की ‘पूर्वोत्तर क्षेत्र बिजली प्रणाली, सुधार परियोजना’ का एक हिस्सा है।”
अधिकारी ने बताया कि यह परियोजना 2015-16 में कार्यान्वित की जाएगी।
पीजीसीआईएल और विश्व बैंक के अधिकारियों ने पहले वार्ता की है और ‘पूर्वोत्तर क्षेत्र बिजली प्रणाली, सुधार परियोजना’ के कार्यान्वयन के लिए असम, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड तथा त्रिपुरा में बिजली पारेषण की स्थिति पर अध्ययन किया है।
अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने हाल में 200 करोड़ रुपये की लागत से पायलट आधार पर पूरे देश के 14 शहरों में एक नई ‘स्मार्ट ग्रिड परियोजना’ (एसजीपी) को अंजाम देने का फैसला किया है। 14 शहरों में अगरतला भी है।