अगरताला, 16 फरवरी (आईएएनएस)। त्रिपुरा की सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने एक विशाल अंतर के साथ अमरपुर विधानसभा सीट पर जीत ली है। इस सीट के लिए शनिवार को मतदान हुआ था।
इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को दूसरे स्थान से बाहर कर दिया।
सत्तारूढ़ वाम मोर्चा की प्रमुख साथी माकपा ने लगातार चौथी बार अमरपुर से जीत हासिल की है।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी देबाशीष मोदक ने आईएएनएस को बताया, “माकपा उम्मीदवार परिमल देबनाथ ने भाजपा के रंजीत दास को 10 हजार 597 मतों से हराया। चुनाव में माकपा ने 20 हजार 355 वोट हासिल किए। भाजपा को 9758 वोट जबकि कांग्रेस के चंचल डे केवल 1,231 वोटों के साथ चौथे स्थान पर रहे। “
आदिवासी आधारित पार्टी-इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के उम्मीदवार पवित्र मोहन जमातिया 1,623 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
यह त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद को एक अलग राज्य बनाने के लिए साल 2013 से आंदोलन कर रहे हैं।
यह सीट माकपा विधायक मनोरंजन अचारजी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। एक महिला को पीटने के आरोप के बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था।
उपचुनाव के परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए माकपा के राज्य सचिव और केंद्रीय समिति के सदस्य बिजन धर ने आईएएनएस को बताया, “माकपा वाम मोर्चा के सुशासन को देखते हुए मतदाताओं ने हमारी जीत को सुनिश्चित की है। त्रिपुरा में यह जीत भविष्य में भी जारी रहेगी और हमारी पार्टी एक सरकार के रूप में शांति, विकास और जातीय एकीकरण के लिए संघर्ष करती रहेगी।”
नई दिल्ली में बुधवार को आयोजित होने वाली पार्टी की केंद्रीय समिति बैठक में भाग लेने के लिए रवाना होने से पहले बिजन ने कहा, “इस चुनाव में भाजपा ने दूसरा स्थान हासिल किया है। इस स्थिति के बारे में हमें सतर्क होना चाहिए। कांग्रेस की दिवालिया राजनीति के कारण उसे चुनाव में चौथे स्थान मिला है।”
वहीं, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बिपलाब देब ने कहा, “अगर हमें निर्वाचन क्षेत्र में सभी मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कुछ और समय मिल जाता तो भाजपा चुनाव जीत सकती थी। उपचुनावों में सत्तारूढ़ दल हमेशा ही अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सरकारी मशीनरी का उपयोग करते हैं।”