कोलकाता, 21 मार्च (आईएएनएस)। तेजी से ऊपर-नीचे हो रही तेल की कीमतों से बुरी तरह प्रभावित करीब 25,000 पेट्रोल पंप मालिकों ने शनिवार को तेल वितरण प्रणाली में लेकर बढ़ रहे असंतोष की शिकायतें कीं।
पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीपीडीए) के महासचिव सारदिंदू पाल ने आईएएनएस से कहा, “अमूमन तेल की कीमतों में बदलाव माह की 15 तारीख या 31 तारीख की आधी रात से लागू होती हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से तेल की कीमतों में परिवर्तन किसी भी तारीख को हो जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “इसके कारण देश भर में पेट्रोल पंप मालिकों को घाटा हो रहा है और कई बार तेल की आपूर्ति में कमी का भी सामना करना पड़ रहा है।”
डब्ल्यूबीपीडीए देश भर में 25,000 से अधिक पेट्रोल पंप मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाली ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन का हिस्सा है।
सारदिंदू ने कहा कि इस प्रक्रिया में तेल के उपार्जन की कीमत अस्थिर रहती है और पंप मालिकों को इसकी क्षतिपूर्ति दिए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “हमने हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल को चिट्ठी लिखकर डीलरों को क्षतिपूर्ति दिए जाने के लिए कहा है तथा चिट्ठी के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।”
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जब तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो निजी क्षेत्र की कंपनियां तमाम बहाने कर आपूर्ति रोक देती हैं, लेकिन जब तेल की कीमतें घटती हैं तो पंप मालिकों को जबरन ऑर्डर दिलाया जाता है।
सारदिंदू ने कहा, “हमारी मांग है कि तेल की कीमतें परिवर्तित होने से तीन दिन पहले हमें क्रेडिट नोट दिया जाए।”