हैदराबाद, 1 जून (आईएएनएस)। हैदराबाद की एक निचली अदालत ने तेलंगाना विधान परिषद के चुनाव में तेदेपा-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के पक्ष में मत देने के लिए सदन के एक नामित विधायक को रिश्वत देने की कोशिश के मामले में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) विधायक ए. रेवंथ रेड्डी को सोमवार को 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेजा।
भ्रष्टाचार-विरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने रविवार रात रेवंथ को गिरफ्तार कर उन्हें दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया।
दंडाधिकारी ने रेवंथ और उनके दो सहयोगियों को न्यायिक हिरासत में भेजा, लेकिन साथ ही पुलिस को निर्देश दिया कि जेल भेजने से पहले उन्हें चुनाव में वोट करने की अनुमति दें।
तेलंगाना विधान परिषद की छह सीटों के लिए सोमवार को मतदान कराया जा रहा है।
तेलंगाना विधानसभा में विधायक रेवंथ को सिकंदराबाद स्थित विजयपुरी कॉलोनी के एक फ्लैट से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह एंग्लो-इंडियन समुदाय से विधानसभा में नामित सदस्य एल्विस स्टीफनसन को 50 लाख रुपये की रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे।
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मत देने के लिए स्टीफनसन को पांच करोड़ रुपये देने का सौदा हुआ था और 50 लाख रुपये अग्रिम राशि के रूप में दी जा रही थी। यह पूरा घटनाक्रम एक छिपे हुए कैमरे में रिकॉर्ड किया गया था।
एसीबी के खुफिया अधिकारियों ने रेवंथ और उनके दो सहयोगियों को मौके पर ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी के महानिदेशक ए. के. खान ने कहा कि दो दिन पूर्व ही एक लिखित शिकायत के आधार पर थाने में मामला दर्ज किया था।
रेवंथ पर भारतीय दंड संहिता के भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उधर, विधायक रेवंथ रेड्डी ने निर्दोष होने का दावा किया और आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार ने राजनीति षड्यंत्र के तहत उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है।
रेवंथ की गिरफ्तारी के तुरंत बाद तेदेपा के नेताओं ने पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा से मुलाकात की और कड़ा विरोध जताया। तेदेपा नेताओं ने एसीबी के कार्यालय के बाहर देर रात धरना भी दिया, जहां रेवंथ से पूछताछ की जा रही थी।