हैदराबाद, 16 जून (आईएएनएस)। नोट के बदले वोट मामले में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को तेलंगाना के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो द्वारा नोटिस जारी किए जाने की आशंका के बीच आंध्र सरकार ने मंगलवार को धमकी दी है कि वह भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर को मुकदमों से जवाब देगी।
आंध्र प्रदेश के कृषि मंत्री पी. पुल्लाराव ने संवाददाताओं से कहा कि तेलंगाना की एसीबी को नायडू को नोटिस जारी करने का कोई अधिकार नहीं है, और यदि नोटिस जारी किया जाता है तो आंध्र प्रदेश सरकार इसका करारा जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रशेखर के खिलाफ 87 मामले चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन मामलों की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) और सीआईडी कर रही है।
उन्होंने दावा किया, “उनके (चंद्रेशेखर) खिलाफ फोन टैपिंग का भी एक मामला चल रहा है। हमारे पास ऐसे सबूत हैं जो तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार के पतन में मददगार साबित होंगे।”
तेलुगू देशम पार्टी ने उन रपटों को भी खारिज किया है जिनमें कहा गया था कि नायडू अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उन्होंने कहा, “नायडू के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। हमें किसी का डर नहीं है।”
एक अन्य मंत्री अतचान नायडू ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री फोन टैपिंग के मामले में कानून से बच नहीं सकते। उन्होंने कहा, “नायडू ने कुछ भी गलत नहीं किया है।”
इससे पहले नायडू ने ताजा घटनाक्रम और संभावित नोटिस का मुकाबला करने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ एक बैठक की।
बैठक सुबह से चल रहे घटनाक्रम के बीच की गई। एसीबी के महानिदेशक ए.के. खान ने चंद्रशेखर राव के साथ मुलाकात की, वहीं तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा ने राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हा राव से मुलाकात की। हैदराबद पुलिस आयुक्त महेंद्र रेड्डी भी पुलिस प्रमुख की नरसिम्हा से मुलाकात के दौरान उपस्थित थे। ई.एस.एल. नरसिम्हा राव दोनों राज्यों के राज्यपाल हैं।
माना जा रहा है कि खान ने राव को इस मामले की जांच में हुई प्रगति के बारे में अवगत कराया।
वहीं सोमवार को शहर की एक अदालत ने तेदेपा के विधायक ए. रेवंत रेड्डी और दो अन्य लोगों की वोट के बदले नोट मामले में न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी।
तेलंगाना विधानसभा में तेदेपा विधायक ए.रेवंत रेड्डी को हैदराबाद में 31 मई को भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार किया था। एसीबी ने रेवंत रेड्डी को विधानसभा के मनोनीत विधायक एल्विस स्टीफन्सन को 50 लाख रुपये रिश्वत की पेशकश करने पर गिरफ्तार किया था। यह राशि विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए दी गई थी।