चेन्नई, 12 मार्च (आईएएनएस)। तमिलनाडु पुलिस ने पोलाची यौन उत्पीड़न मामले के संबंध में गिरफ्तार चार लोगों से जब्त किए गए मोबाइल फोनों को जांच के लिए भेज दिया है ताकि मामले की ज्यादा जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यहां आईएएनएस को इस बात की जानकारी दी।
कोयंबटूर (ग्रामीण) पुलिस का मानना है कि अपराधियों के इस गिरोह में करीब 15 सदस्य होंगे और फिलहाल वह इसकी जांच में जुटी है।
कोयंबटूर जिले का कस्बा पोलाची, चेन्नई से करीब 535 किलोमीटर दूर है।
इस अपराध के संबंध में चार आरोपियों तिरुनावक्कारासू, सबरीराजन, वसंतकुमार और सतीश को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पहले महिलाओं को सोशल मीडिया पर दोस्त बनाते थे और उनका विश्वास हासिल करने के बाद वे महिलाओं को तय स्थान पर मिलने के लिए बुलाते थे। जब महिला उनसे मिलने के लिए पहुंचती तो वह उसका शारीरिक शोषण कर वीडियो बना लेते थे।
बाद में पीड़िताओं को पैसे या फिर यौन उत्पीड़न के लिए ब्लैकमेल किया जाता था।
विपक्षी दलों द्वारा सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक पर अपराध में कथित रूप से शामिल अपने सदस्यों को बचाने का प्रयास का दावा किए जाने के बाद पार्टी ने सोमवार को कार्यकर्ता ए. नागराज को निष्कासित कर दिया। नागराज ने एक पीड़िता के भाई की पिटाई की थी।
इसबीच, तमिलनाडु विधानसभा के उपाध्यक्ष वी. जयरामन ने मीडिया को बताया कि विपक्षी दल उनके परिवार के सदस्यों को कथित अपराध के साथ जोड़कर उनके नाम को खराब करने के लिए अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
गिरफ्तारी से पहले छिपकर रहने वाले तिरुनावक्कारासू ने एक वीडियो में कहा था कि इस मामले में राजनेता भी शामिल हैं और मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया जाना चाहिए।