चेन्नई, 24 जनवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु के विल्लूपुरम जिले में एक प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय की तीन छात्राओं की मौत का रहस्य गहरा गया है। पुलिस ने आत्महत्या का एक मामला दर्ज किया है।
टी. मोनिशा, ए. सरन्या और वी. प्रियंका के शव शनिवार शाम कॉलेज के निकट स्थित एक कुंए से निकाले गए। तीनों एसवीएस प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग महाविद्यालय की छात्रा थीं।
विल्लूपुरम यहां से लगभग 170 किलोमीटर दूर है।
पुलिस के अनुसार, आत्महत्या का एक मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि छात्राओं ने महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा अधिक शुल्क मांगे जाने के बाद अपनी जीवन लीला समाप्त करने का निर्णय लिया था।
तीनों छात्राओं की मौत का यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब लगभग चार महीने पहले इसी महाविद्यालय के कुछ विद्यार्थियों ने विल्लूपुरम कलेक्टोरेट के सामने आत्महत्या की कोशिश की थी।
प्रशासन ने तीन छात्राओं की मौत के बाद कॉलेज सील कर दिया है।
पुलिस ने कहा कि पूछताछ के लिए चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर ने संवाददाताओं से कहा कि मामले की एक जांच की जाएगी।
पीएमके के संस्थापक एस. रामदास ने इस तिहरी मौत पर आश्चर्य जाहिर करते हुए रविवार को कहा कि महाविद्यालय के विद्यार्थी लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं के अभाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर के यहां शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई और कुछ विद्यार्थियों ने इसके पहले आत्महत्या की कोशिश की।
रामदास ने तमिलनाडु सरकार से आग्रह किया कि तीनों मृत छात्राओं के परिवार को 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए और अन्य विद्यार्थियों को किसी सरकारी कॉलेज में दाखिला दिया जाए।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा के नेता आर. मुथरसन ने रहस्यमय मौत का मामला दर्ज करने की पुलिस से मांग की। उन्होंने कॉलेज के खिलाफ शिकायों के बावजूद कार्रवाई न करने के लिए पुलिस और जिले के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।