नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने यहां शनिवार को कहा कि डॉक्टरों पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ निश्चिय ही कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि डॉक्टर और क्लीनिक प्रतिष्ठान बिना हिंसा के भय के अपना कार्य कर सकें।
मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में, हर्षवर्धन ने 2017 में अंतर-मंत्रीय समिति की अनुशंसा का हवाला दिया जिसके अंतर्गत राज्य सरकार को डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने वाले पेशेवरों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कानून बनाने की सलाह दी गई है।
उन्होंने इसके साथ ही मुख्यमंत्रियों को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा मुहैया कराए गए चिकित्सा सेवा व्यक्तियों और चिकित्सा सेवा संस्थानों (हिंसा और क्षति या संपत्ति के नुकसान से रोकथाम) के मसौदे भेजे।
मंत्री ने अपने पत्र में कहा, “अगर राज्य में पहले से ही इस संबंध में कानून मौजूद है, तो इस संबंध में कड़ाई के साथ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी)/दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) को लागू किया जाना चाहिए।”
देश के कई भागों में डॉक्टरों के विरुद्ध हिंसा की हालिया घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि इस वजह से डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सुविधा सेवाओं पर काफी असर पड़ा है।