दिल्ली-फिक्की द्वारा दिल्ली में बुधवार को इंडिया लीड्स-2021 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। इंडिया लीड्स-2021 शिखर सम्मेलन में बोलते हुए केंद्रीय शिक्षा व कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ई-गवर्नेंस की भूमिका और अफ्रीका के विकास का समर्थन करने के लिए भारत के प्रयासों के बारे में बात की, जिसमें डिजिटल डिवाइड को पाटना शामिल है।
धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि लीड्स 2021 में आकर्षक बातचीत हुई। मैंने हमारे जीवन के हर क्षेत्र में डिजिटलीकरण की पैठ, कोविड के दौरान और बाद में डिजिटल की प्रासंगिकता, ई-गवर्नेंस की भूमिका और अफ्रीका के विकास का समर्थन करने के लिए भारत के प्रयासों के बारे में बात की, जिसमें डिजिटल डिवाइड को पाटना शामिल है।
उन्होने इस सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा भारत-अफ्रीका द्विपक्षीय संबंधों को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता के बारे में भी बात की। उन्होंने अधिक वित्तीय समावेशन और डिजिटल साक्षरता के लिए अफ्रीका में पहल रुपये, भारतनेट, जनधन जैसे भारतीय समाधानों की सफलता को दोहराने पर जोर दिया।
केंद्रीय शिक्षा व कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत और अफ्रीका दोनों ही उज्जवल, युवा, शहरीकरण और मोबाइल- फस्र्ट आबादी वाले देश हैं और विकास संबंधी दोनों की समान चुनौतियां हैं। डिजिटाइजेशन और स्किलिंग 21वीं सदी के नागरिक बनने और भविष्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। जनसांख्यिकीय लाभांश प्राप्त करने के लिए भी यह महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस डिजिटल युग में केवल परिवर्तन ही स्थिर है। भारत और अफ्रीका को नागरिकों के लिए अधिक सुगमता लाने, सार्वजनिक सेवाओं की डिलीवरी में सुधार, डिजिटल परिवर्तन को चलाने और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए सहयोग करना चाहिए और समाधान तैयार करना चाहिए।