कोलकाता, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। अंतिम ओवर में कार्लोस ब्राथवेट द्वारा लगाए गए लगातार गगनचुम्बी चार छक्कों ने वेस्टइंडीज को दूसरी बार आईसीसी टी-20 विश्व चैम्पियन बनने का गौरव प्रदान किया। कैरेबियाई टीम ने ईडन गार्डन्स स्टेडियम में रविवार को खेले रोमांच से भरे खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड को चार विकेट से हराया। दूसरी बार यह खिताब जीतने वाली वेस्टइंडीज पहली टीम है।
इंग्लिश टीम ने वेस्टइंडीज के सामने 156 रनों का लक्ष्य रखा था। कैरेबियाई टीम ने मार्लन सैमुएल्स के बेहतरीन नाबाद 85 रनों और ब्राथवेट (नाबाद 34 रन, 10 गेंद, एक चौका, 4 छक्के ) की साहसिक पारियों की मदद से दो गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।
अंतिम ओवर में कैरेबियाई टीम को 17 रनों की जरूरत थी। बेन स्टोक्स गेंदबाजी कर रहे थे। लक्ष्य मुश्किल लग रहा था लेकिन ब्राथवेट ने एक के बाद एक चार छक्के लगाकर मैच के परिणाम ही बदल दिया। स्टोक्स चूके और वेस्टइंडीज ने 19.4 ओवरों में छह विकेट पर जीत के लिए जरूरी रन बना लिए।
ड्वायन ब्रावो ने भी 25 रन बनाए लेकिन 2012 में पहली बार खिताबी जीत हासिल करने वाली कैरेबियाई टीम के लिए सैमुएल्स ने एक बार फिर मैच जिताउ पारी खेली। सैमुएल्स ने 66 गेदों पर नौ चौके और दो छक्के लगाकर न सिर्फ एक छोर पर विकेट का गिरना रोके रखा बल्कि इस जीत के सूत्रधार भी बने।
सैमुएल्स ने 2012 में श्रीलंका में हुए फाइनल मैच में 78 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को विजेता बनाया था। एक बार फिर वह ब्रावो के साथ 75 और ब्राथवेट के साथ नाबाद 54 रनों की साजेदारी करते हुए अपनी टीम को विश्व चैम्पियन का ताज पहननाने में सफल रहे।
2010 के बाद दूसरी बार यह खिताब अपने नाम करने से चूके इंग्लैंड की ओर से डेविड विली ने तीन विकेट लिए जबकि जोए रूट ने दो विकेट हासिल किए।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लिश टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 155 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से उसके स्टार बल्लेबाज जोए रूट ने सबसे अधिक 54 रन बनाए जबकि जोस बटलर ने 36 रन जोड़े। डेविड विली ने 21 रनों की तेज पारी खेली।
वेस्टइंडीज की ओर से कार्लोस ब्राथवेट और ड्वायन ब्रावो ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि सैमुएल बद्री ने एक बार फिर बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 16 रन देकर दो विकेट लिए।
बद्री ने अपनी टीम को बेहतरीन शुरुआत दिलाते हुए जेसन रॉय (0) को पहले ओवर की दूसरी ेगेंद पर चलता किया था। इसके बाद आंद्रे रसेल ने एलेक्स हाल्स (1) और बद्री ने कप्तान इयोन मोर्गन (5) को चलता कर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी थी।
इसके बाद हालंकि जोस बटलर और रूट ने चौथे विकेट के लिए 61 रनो की साझेदारी करते हुए इंग्लैंड को सम्भालने का काम किया। बटल र का विकेट 84 के कुल योग पर गिरा।
बटलर ने 22 गेदों पर एक चौका और तीन छक्के लगाए। इसके बाद रूट ने बेन स्टोक्स (13) के साथ 26 रन जोड़े। स्टोक्स 110 के कुल योग पर आउट हुए जबकि रूट को ब्राथवेट ने 111 के कुल योग पर सुलेमान बेन के हाथों कैच कराया।
रूट ने एक बार फिर इंग्लैंड के खेवनहार की भूमिका अदा करते हुए 36 गेंदों पर सात चौके लगाए। रूट के जाने के बाद विली ने 14 गेदों पर दो छक्कों औ एक चौके की मदद से 21 तथा क्रिस जार्डन ने 13 गेदों पर एक चौके की मदद से नाबाद 12 रन बनाए।
मैच के बाद कैरेबियाई खिलाड़ियों और टीम स्टाफ की खुशी देखने लायक थी। इस खुशी में महिला टीम भी शरीक हुई, जिसने रविवार को ही आस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार महिला टी-20 खिताब हासिल किया। हर तरफ विशिष्ठ कैरेबियाई शैली के डांस का नजारा था। सैमुएल्स तो अपनी जर्सी उतारकर जश्न मनाने लगे।
साल 2007 में शुरू हुए आईसीसी टी-20 विश्व कप इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी एक ही देश (बोर्ड) से जुड़ी महिला एवं पुरुष टीमों ने खिताब पर कब्जा किया है।
बहरहाल, सैमुएल्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया। मैन ऑफ द टूर्नमेंट की दौड़ में कई खिलाड़ी शामिल थे सेकिन चयन मंडल ने एक स्वर में भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को यह पुरस्कार प्रदान किया। इस विश्व कप में भारत के लिए यह एकमात्र उबलब्धि है।