रांची, 6 जुलाई (आईएएनएस)। नाबालिग लड़की से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी के बेटे की शादी में उनकी (मरांडी) कथित भूमिका के कारण झारखंड भाजपा को लज्जाजनक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
विपक्षी कांग्रेस, झारखंड विकास मोर्चा(पी) (झाविमो-पी) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जहां ताला मरांडी पर हमला कर रहे हैं, वहीं राज्य में सत्ताधारी दल को बचाव करना कठिन हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अधिकांश नेताओं ने इस विवाद से पार्टी को अलग रखना शुरू कर दिया है।
ताला एक जनजाति हैं और संथाल परगना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इस क्षेत्र में झामुमो का मुकाबला करने के लिए उन्हें गत जून महीने में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन गत महीने एक नाबालिग लड़की से ताला के पुत्र की कथित शादी के बाद से स्थिति बिगड़ गई है।
केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि नाबालिग से शादी एक गंभीर मुद्दा है। भाजपा नेतृत्व इस मामले की छानबीन कर रहा है। इस मुद्दे के कारण पार्टी की छवि खराब हुई है।
इस मुद्दे पर झारखंड विधानसभा में भारी हंगामा होने की संभावना है, जो 22 जुलाई से शुरू होने वाला है।
भाजपा विधायक अशोक कुमार ने आईएएनएस से कहा, “ताला ने भारी भूल की और उन्होंने पार्टी को लज्जाजनक स्थिति में रख दिया है।”
भाजपा की राज्य अनुशासन समिति के पूर्व संयोजक सूर्यमणि सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच पूरी होने तक ताला को अपना पद छोड़ देना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व को करना है।
रांची से सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी लेगी, लेकिन लड़की की सही उम्र का फैसला केवल मेडिकल बोर्ड ही कर सकता है। तस्वीरों के आधार पर उसकी उम्र तय करना कठिन होगा।
यह सब तब शुरू हुआ, जब ताला के पुत्र मुन्ना एक नाबालिग के यौन शोषण करने का आरोपी था। उसने एक 16 साल की नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया था। लड़की ने गोड्डा जिले की अदालत में मुन्ना के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
नाबालिग लड़की ने राज्य महिला आयोग के समक्ष पेश होकर आरोप लगाया था कि शादी का झूठा वादा कर उसका यौन शोषण किया गया था।
लेकिन तब तक मुन्ना एक ममता हंसदा नामक लड़की से शादी करने वाला था। लेकिन यौन शोषण का मामला उजागर होने पर लड़की ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया।
इसके बाद ताला ने गत 27 जून को एक रितू बासकी नामक लड़की से मुन्ना की शादी करा दी। स्कूल रिकार्ड के मुताबिक रितू केवल 11 वर्ष की है।
कानून के अनुसार, शादी के लिए लड़की की न्यूनतम आयु 18 साल है। नाबालिग लड़की से शादी करना एक आपराधिक मामला है और अब ताला और मुन्ना कानून का सामना कर रहे हैं।
इस संबंध में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने गोड्डा जिला प्रशासन से रपट मांगी थी और निर्देश दिए थे कि अगर मुन्ना ने सही में नाबालिग से शादी की है तो एक प्राथमिकी दर्ज की जाए।
बाद में गोड्डा जिला प्रशासन ने इस मामले में ताला और मुन्ना के खिलाफ एक दीवानी मुकदमा दर्ज किया और मामले में लड़की के पिता भी आरोपी हैं।
इस बीच कांग्रेस, झाविमो-पी और झामुमो ने मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उधर ताला अब अपने काम को उचित ठहराने के प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि ग्रामीण इलाके में शादी के लिए लड़की की उम्र की सत्यता प्रमाणित नहीं की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष लड़की के नाबालिग होने की मनगढ़ंत कहानी बना रहा है।