नई दिल्ली: झारखंड की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने मंगलवार रात अपने से जुड़े परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तलाशी पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया कि ईडी की तलाशी उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने से इनकार करने का परिणाम थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अंबा ने कहा, ‘मुझे भाजपा की ओर से हज़ारीबाग़ से सांसद टिकट की पेशकश की गई, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया. फिर मुझ पर दबाव भी डाला गया. आरएसएस से आने वाले कई लोगों ने भी मुझ पर चतरा से लड़ने के लिए भी दबाव डाला. मैंने उसे भी नज़रअंदाज कर दिया. हम भाजपा से नहीं कांग्रेस पार्टी से हैं और हमने लगातार बड़कागांव सीट जीती है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम हज़ारीबाग़ के उस क्षेत्र में बहुत मजबूत हैं, क्योंकि हम लगातार बड़कागांव सीट जीत रहे है. मैंने इसे पार्टी और मीडिया के नजरिये से देखा कि मैं एक जीतने वाली उम्मीदवार हूं. तो यह मेरे इनकार का नतीजा है और आज मुझे दिन भर उत्पीड़न झेलना पड़ा है.’
ईडी ने मंगलवार को एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के रांची स्थित आधिकारिक आवास सहित उनसे जुड़े कई स्थानों पर तलाशी ली. केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि हजारीबाग जिले के बड़कागांव विधानसभा से कांग्रेस विधायक और सहयोगियों से संबंधित 17 स्थानों पर तलाशी ली गई.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ईडी बुधवार को भी हज़ारीबाग़ में अंबा प्रसाद से जुड़े परिसरों पर तलाशी कर रही है.
मौजूदा विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक अंबा पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की बेटी हैं. उनकी मां निर्मला देवी भी पूर्व विधायक हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को देवी ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले उनका मनोबल तोड़ने के लिए ईडी ने उनकी बेटी के परिसरों पर छापा मारा. उन्होंने कहा, ‘मुझे छापे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, क्योंकि मैं अंदर नहीं थी. मुझे यह मीडियाकर्मियों से पता चला. मैं अब राजनीति में नहीं हूं. मैंने अपनी बेटी से राजनीति छोड़ने के लिए कहा था. चुनाव से पहले मनोबल तोड़ने के लिए कार्रवाई (ईडी छापेमारी) की जा रही है.’
झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने छापेमारी के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सिर्फ विपक्ष के सदस्यों को निशाना बनाया जा रहा है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘केवल विपक्ष के नेताओं को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है. यह तो चुनावी सत्र की शुरुआत है और उन्होंने (भाजपा) अपने इरादे साफ कर दिए हैं.’
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